गिद्धौर प्रखंड के विभिन्न गांवों में चौक- चौराहे से लेकर चौपाल तक हो रही है चुनावी चर्चा

जमुई से जिला संवाददाता सोनू कुमार के साथ गिद्धौर से भीम राज की रिपोट 

 जमुई गिद्धौर ।। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को लेकर ग्रामीण इलाकों में सरगर्मी तेज हो गई है। चौक-चौराहे,चाय- पान की दुकान एवं चौपालों पर सुबह से शाम तक बस पंचायत चुनाव की ही बात हो रही है।कोई किसी को चुनाव में सबक सिखाने की बात कर रहे हैं, तो कोई दोबारा लाने की वकालत कर रहे है।संभावित उम्मीदवार जहां मतदाताओं की नब्ज टटोलने में लगे हैं। वहीं कुछ भावी प्रत्याशी अपना नामांकन कराने के बाद चुनाव प्रचार में लग गए।पंचायत चुनाव को लेकर प्रशासनिक स्तर पर भी तैयारियां तेज हो गई हैं।इधर इसकी अधिक सरगर्मी पंचायतों व गांवों में दिख रही हैं।पुराने मुखिया व पंचायत प्रतिनिधि अपनी कुर्सी को बचाने के लिए जी तोड़ मेहनत कर रहे हैं।तो कुछ नए उम्मीदवार पुराने प्रतिनिधियों की नाकामयाबी का हवाला देकर मतदाताओं को सतर्क कर रहे हैं। साथ ही मौका मिलने पर बेहतर काम करने की बात भी कह रहे हैं।हालांकि जनता को भी समझ है। वह इस बदलते हालात को समझ रही है। पांच सालों तक लोगों से दूर रहने वाले अब घर-घर दौड़ लगा रहे हैं।किसी की नहीं सुनने वाले अब लोगों के समक्ष हाथ जोड़ रहे हैं।गांव के चौक-चौराहों व सार्वजनिक स्थलों पर जमा होने वाले लोगों के बीच भी बस पंचायत चुनाव की हीं चर्चा है।जिसमें मतदाताओं की अपनी-अपनी बात है। कुछ पक्ष है तो कुछ विपक्ष भी है। वही बता दे की पिछले पांच सालों में प्रखंड के कई पंचायतों लोगों को कई तरह की परेशानी हुई है।जबकि कई जगहों पर नल जल कार्य भी अभी अधूरा पड़ा है।ऐसे में लोग अपनी परेशानी के समाधान की भी तलाश कर रहे हैं।उन्हें लगता है कि यही समय उनके लिए हिसाब लेने का है।आवास योजना,शौचालय निर्माण व प्रोत्साहन राशि,राशन कार्ड से वंचित सहित अन्य योजनाओं से वंचित रहने वाले लोग भी अबकी बार बदला लेने के मूड में नजर आ रहे हैं।प्रत्याशी लोगों को कई तरह के सपने दिखा रहे हैं। लेकिन कोई भी मतदाता अपना पत्ता नहीं खोल रहे हैं। सबकी सुनी जा रही है। यह विधान सभा व लोक सभा का चुनाव भी नहीं है कि पार्टी के हवा में प्रत्याशी भी निकल गएं।जमीनी स्तर पर जिसका काम दिखेगा उसी को दोबारा लोग चुनेंगे, वरना नए लोगों को तरजीह दी जाएगी।

वही बता दे कि पंचायत चुनाव को लेकर प्रखंड में नामांकन की प्रक्रिया खत्म हो गई है।इसमें मुखिया,सरपंच,पंचायत समिति, वार्ड सदस्य एवं पंच पद के लिए 08 पंचायतों में कुल 794 प्रत्याशियों ने अपना नामांकन कराया है।जिसमें गिद्धौर प्रखंड में मुखिया पद के लिए 75, पंचायत समिति पद के लिए 61,सरपंच पद के लिए 53, वार्ड सदस्य के लिए 448,एवं पंच पद के लिए 157 उम्मीदवार ने पर्चा भरा। मुखिया पद के लिए सबसे अधिक सेवा पंचायत से 15 प्रत्याशियों ने नामांकन दाखिल कराया। वहीं सबसे कम पतसंडा पंचायत से 5 प्रत्याशियों ने अपना नामांकन कराया था। मुखिया पद के लिए रतनपुर से 9, कुंधुर से 10, कोल्हुआ से 08, मौरा से 8, पतसंडा पंचायत के 5, सेवा पंचायत से 15, पुर्वी गुगुलडीह पंचायत से 11 एवं गंगरा पंचायत से 9 प्रत्याशियों ने पर्चा दाखिल किया है। गांव के लोगों को नई बनने वाली पंचायत से विकास को लेकर काफी उम्मीदें हैं कि पूर्व पंचायत के कार्यकाल में जो विकास कार्य अधूरे रह गए उन्हें प्राथमिकता के आधार पर पूरा कराया जाए। हालांकि प्रखंड के इलाके में कृषि, शिक्षा एवं रोजगार के हर पायदान पर पंचायत तेजी से अग्रसर है। पंचायत वासियों को स्वास्थ्य व शिक्षा के लिए कहीं बाहर नहीं जाना पड़ता है।हालांकि रोजगार के मामले में आज तक कोई ठोस पहल न तो जनप्रतिनिधियों द्वारा की गई है और न ही स्थानीय अधिकारियों द्वारा। इस कारण यहां के युवा रोजगार की तलाश में पलायन को मजबूर हैं।

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