अपना पूर्वांचल महासंघ का दिवा में हुआ सदस्यता अभियान

कल्याण ।। जो अपनी भाषा से प्यार नही करता उसे किसी भाषा से प्यार नही होता है अपनी भाषा व जन्मभूमि पर हमें अभिमान होनी चाहिए उक्त वक्तव्य अपना पूर्वांचल महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष एड. अशोक दुबे ने चलाये गए सदस्यता अभियान में व्यक्त करते हुए लोगो को सबोधित किया ।

महाराष्ट्र, मुंबई व बाहर देशो में रहनेवाले पूर्वांचल निवासियों को एक साथ लाने व पूर्वांचल का विकास करने का लक्ष्य लेकर अपना पूर्वांचल महासंघ का निर्माण किया गया इस संस्था के राष्ट्रीय अध्यक्ष एड. अशोक दुबे के मार्गदर्शन में दिवा में सदस्यता अभियान चलाया गया है जिसके अंतर्गत दिवा में रविवार को सदस्यता अभियान का कार्यक्रम आयोजित किया गया था कार्यक्रम में मौजूद लोगों को संबोधित करते हुए दुबे ने बताया कि आज भी पूर्वांचल को पिछड़ा हुआ बताया जाता है परंतु यदि देश के बड़े बड़े नेता व महापुरुषो का डेटा निकाला जाए तो अधिकतर पूर्वांचल की ही धरती से संबंधित मिलेंगे हर क्षेत्र में पूर्वांचल के लोग पहुच चुके है हमे देश के कोने कोने तक संस्था को पहुचाने का एकमात्र लक्ष्य ही यही है कि हमारे पूर्वांचल के लोगो विकास करे कोई उनका शोषण नही कर पाए ।

प्रोफेसर अमरीश दुबे ने कहा कि मानव सम्पदा तो बढ़ रही पर बाकी सब वैसे ही रुका हुआ है यही कारण है कि पूर्वांचल में पलायन अधिक देखा जाता है हम बाहर आकर तो मेहनत करते है पर अपनी धरती पर मेहनत करने से कतराते है हमे यह धारणा कम करना है हम जिस लायक है वह व्यवसाय हमे गाव में शुरू करना चाहिए जिससे वहां पर भी रहनेवालो के लिए व्यवसाय का अवसर प्रदान होगा और कुछ हद तक पलायन भी कम होगा हमे सिर्फ सुनने का काम नही करना है हमे विकास के बारे में सोचना कैसे हमारे पूर्वांचल व हमारे लोगो का विकास होगा यह सोचना है खुद के अंदर से अहम की भावना को खत्म करना होगा सिर्फ अपने अंदर पूर्वांचल निवासी की भावना को लाना होगा ।

इस अवसर पर दीपक दुबे, भरत दुबे, जिलाजित तिवारी, सुनील दुबे, काशी मिश्रा, संतोष उपाध्याय, क्रांति सिंह एवम मिथिलेश दुबे सहित सैकड़ो लोगो ने संस्था की सदस्यता राष्ट्रीय अध्यक्ष एड.अशोक दुबे, प्रोफेसर अमरीश दुबे, एड.रत्नेश मिश्रा के सानिध्य में लिया कार्यक्रम में मुख्य रूप से अरविंद मिश्रा, अनुपम तिवारी मौजूद रहे सूत्रसंचालन नागमणि पांडे ने किया ।

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