कल्याण डोंबिवली मनपा क्षेत्र का बाल लिंगानुपात उत्कृष्ट - डॉ. प्रतिभा पानपाटिल

कल्याण : किसी भी क्षेत्र में बाल लिंगानुपात यह दर्शाता है कि उक्त क्षेत्र में महिलाओं की शिक्षा तथा लोगों की जागरूकता का स्तर क्या है। प्रति हजार पुरुष पर महिलाओं की संख्या को लिंगानुपात कहते हैं। कल्याण डोंबिवली मनपा क्षेत्र में मनपा के स्वास्थ्य विभाग द्वारा प्राप्त आंकड़ों के अनुसार लिंगानुपात का औसत काफी बढियां है। इस लिंगानुपात को अच्छे स्तर तक बनाए रखने के लिए मनपा की स्वास्थ्य टीम का अहम योगदान माना जाता है।


बतादें की कल्याण डोंबिवली मनपा क्षेत्र में 2021-22 में बाल लिंगानुपात की दर प्रति हजार पुरुष बच्चों पर 994 महिला बच्चे है जो कि बहुत ही उत्कृष्ट आंकड़ा है। गौरतलब हो कि लिंगानुपात यदि विपरीत होता है तो इसका असर विवाह प्रणाली पर होता है तथा यह माना जाता है कि विपरीत लिंगानुपात का खामियाजा महिलाओं को ही भुगतना पड़ता है तथा शोषण का शिकार होती हैं। कल्याण डोंबिवली मनपा की संक्रामक रोग नियंत्रक व उपनिबंधक जन्म मृत्यु पंजीकरण विभाग की डॉ. प्रतिभा पानपाटिल नें बताया कि कल्याण डोंबिवली क्षेत्र का लिंगानुपात काफी बढियां है तथा इसे बेहतर बनाए रखने के लिए पूर्व गर्भाधान तथा पूर्व-नेटल डायग्नोस्टिक तकनीकी अधिनियम 1994 (पीसीपीएनडीटी एक्ट) को सख्ती से लागू करने के लिए लगातार सभी सोनोग्राफी सेंटर का नागरी आरोग्य केंद्र के स्वास्थ्य अधिकारियों के द्वारा चेकिंग की जाती है तथा राज्य सरकार द्वारा निर्धारित गूगल सीट में डाटा एंट्री किया जाता है।

यह आंकड़े यह बताते हैं कि कल्याण डोंबिवली की जनता काफी जागरूक है तथा लड़की लड़कों में भेदभाव नही है, भ्रूण हत्या नही हो रही है। साथ ही सरकार की कई योजनाएं भी इसके लिए प्रभावी मानी जाती है। बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ जैसी योजनाओं का ही यह परिणाम होता है कि लिंगानुपात बेहतर होता है। यह आंकड़े यह भी साबित करते हैं कि मनपा क्षेत्र के सोनोग्राफी सेंटर पीसीपीएनडीटी कानून के तहत कार्य कर रहे हैं तथा भ्रष्टाचार इनमें नही हो रहे हैं।

रिपोर्टर

संबंधित पोस्ट