विद्यार्थियों को स्कूल, कॉलेज पहुँचने में एसटी महामंडल की हड़ताल बनी अवरोधक

भिवंडी।। राज्य में कोरोना की तीसरी लहर का असर कम होने के कारण स्कूल कॉलेज खोलने के लिए सरकार ने आदेश जारी किया है। जिसके कारण लगभग दो साल बाद विद्यालयों में छात्रों का आगमन हुआ है। क्लास लगने शुरू हो चुकी है। किन्तु विद्यालयों में समय पर  पहुँचाने के लिए छात्रों को एसटी महामंडल की हड़ताल अवरोधक बन हुई है। गौरतलब हो कि वेतन में वृद्धि और शासकीय सेवा में विलय की मांग को लेकर 8 नवंबर 2021 से राज्य में एसटी महा मंडल के कर्मचारी हड़ताल पर है। भिवंडी एसटी डिपो में 31 प्रशासनिक,47 तकनीकी कार्यशाला,78 ड्राइवर, 81 वाहक ( कंडक्टर ) कुल 362 कर्मचारी कार्यरत है। इस आंदोलन में लगभग 50 कर्मचारी काम पर वापस आ गये है किन्तु बाकी कर्मचारियों का आज भी आन्दोलन जारी रखा है। जिसके कारण अधिकांश एसटी बसों के चक्के पूरी तरह से जाम है। भिवंडी बस डिपो से ठाणे, कल्याण व ग्रामीण क्षेत्र से जोड़ कर बस सेवा शुरू की गयी थी। जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में छात्रों, डेयरी और सब्जी उत्पादकों, किसानों और श्रमिकों को लाभ मिल रहा था। परन्तु इस हड़ताल के कारण भिवंडी एसटी डिपों से प्रतिदिन 537 बसों का फेरा रद्द है। जिसके कारण लगभग प्रतिदिन 7 लाख 50 हजार रुपये का नुकसान हो रहा है। ग्रामीण परिसरों से स्कूल व कॉलेजों में शिक्षा ग्रहण करने के भारी संख्या में विद्यार्थियों का आवागमन होता था। अधिकांश विद्यार्थी एसटी बस सेवा का इस्तेमाल करते थे। किन्तु एसटी महामंडल कर्मचारियों की हड़ताल के वजह से इन्हें दूसरे वाहन अथवा साधनों का इस्तेमाल करना पड़ता है। जो काफी खर्चीले होते है।

रिपोर्टर

संबंधित पोस्ट