मार्च महीने मे हो रहा मई-जून की गर्मी का एहसास

वाराणसी मे मार्च महीने मे ही भीषण गर्मी का प्रकोप दिखने लगा है। सुबह 7 बजे की धूप भी बर्दाश्त नही हो पा रही है। और दोपहर मे तो घर से निकलने से पहले लोग कई बार सोच रहे है। आज वाराणसी का अधिकतम तापमान 39 डिग्री दर्ज किया गया। मौसम वैज्ञानिको का मानना है कि यह तापमान मार्च मे ही 40 डिग्री को पार कर जाएगा।  मार्च मे इतनी तेज शुरूआत हुई है कि आगे और हालात खराब होने वाले है।  भारतीय मौसम विज्ञान के अनुसार इस साल गंगा के मैदानी इलाको मे ज्यादा गर्मी पड़ने वाली है।   वाराणसी मे बेतहाशा बढ़ती जा रही गर्मी से लोग बेहाल। है। मार्च महीने मे ही मई  जून जैसी गर्मी पड़ने लगी है।  सुबह से ही तेज धूप निकलने के कारण लोग पसीने से तर-बतर हो रहे है।  अभी अप्रैल का महीना शुरू भी नही हुआ कि गर्मी ने अपना असर दिखाना शुरू कर दिया।  लोग गर्मी से बचने के लिए तमाम तरह के इंतजाम कर रहे है।  एसी, कूलर के रेट बाजार मे काफी ज्यादा है।  यह स्थिति तब है जब मार्च आधा बीता है।  अभी तो अप्रैल और मई बाकी है। बैज्ञानिको ने चेतावनी जारी कर दिया है कि बनारस के जो गंगा के तटवर्ती इलाके है वहा पर ज्यादा गर्मी पड़ेगी।  इसको लेकर प्रशासन द्वारा तमाम तैयारियां की जा रही है।  इतना तापमान जून के महीने मे देखा जाता है।  जब चिलचिलाती धूप और लू चल रही होती है।  इस वक्त भी बाहर निकलने पर ऐसा लग रहा है कि लू के थपेड़े लग रहे हो।  हालात खराब हो रहे लोगो को परेशानी हो रही है।  क्योंकि गर्मी का सितम बहुत ज्यादा है। 

रिपोर्टर

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