स्वास्थ्य मेले के माध्यम से अधिक से अधिक लोगों को लाभान्वित करना विभाग का लक्ष्य : सिविज सर्जन

- 22 अप्रैल तक जिले के सभी प्रखंडों में स्वास्थ्य मेले का होगा आयोजन

- स्वास्थ्य मेले में लोगों की जांच के लिये लगाये गये विभिन्न स्टॉल, दवाओं का हुआ वितरण

- सिविल सर्जन ने लोगों से की धूप व लू से बचने की अपील 

बक्सर ।। आजादी के अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य पर जिले के सभी प्रखंडों में स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर एक दिवसीय स्वास्थ्य मेला का आयोजन होना है। 18 अप्रैल से शुरू हुआ यह मेला 22 अप्रैल तक तिथिवार मेले का संचालन किया जायेगा। इस क्रम में सोमवार को जिले के इटाढ़ी प्रखंड में स्वास्थ्य मेले का आयोजन हुआ। जिसका उद्घाटन सिविल सर्जन डॉ. जितेंद्र नाथ ने किया। इस दौरान सिविल सर्जन ने कहा, स्वास्थ्य मेले का आयोजन से पूर्व एक निश्चित प्लानिंग के तहत प्रचार-प्रसार किया जा रहा है। स्वास्थ्य मेले के माध्यम से अधिक से अधिक लोगों को लाभान्वित करने का लक्ष्य रखा गया है। मेला में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा चलाये जा रहे कार्यक्रमों यथा आयुष्मान भारत, हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर, प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना, आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन एवं राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन अंतर्गत मातृ शिशु स्वास्थ्य कार्यक्रम, संचारी और गैर-संचारी रोगों की रोकथाम आदि की भी जानकारी दी जाएगी। 

स्टॉल लगाकर की गई लोगों की जांच :

कार्यक्रम के उद्घाटन के बाद सिविल सर्जन डॉ. जितेंद्र नाथ ने मेले में लगे जांच शिविर/स्टॉल का मुआयना किया। मेले में लोगों के लिये कोविड टीकाकरण व जांच, आयुष्मान भारत के तहत गोल्डेन कार्ड व आभा कार्ड बनाने के लिये स्टॉल, परिवार नियोजन, पोषण, एड्स, कैंसर, तंबाकू के दुष्परिणामों की जानकारी देने के लिये स्टॉल लगाये गये। साथ ही, मलेरिया व कालाजार के रोकथाम की जानकारी देने के लिये भी शिविर का आयेाजन हुआ। इनके अलावा कुष्ठ की जांच व इलाज, ओपीडी सेवा, यक्ष्मा की जांच व इलाज तथा शिशु स्वास्थ्य व मातृत्व सुरक्षा के लिये भी शिविर लगाये गये। साथ ही, मेले में आने वाले मरीजों को जांच व परामर्श के साथ दवाएं भी दी गईं। मेले में ज्यादतर महिलायें, किशोरियों व छात्र-छात्राओं ने भी शिरकत किया। 

लू से बचें, सिर ढक कर निकलें बाहर

इस दौरान सिविल सर्जन ने सभी आगत मरीजों व लोगों को धूप व लू से बचाव करने की अपील की। उन्होंने लोगों से सरकार द्वारा जारी नई एडवाइजरी के पालन करने की सलाह दी। बताया कि लोग लू से बचें और सिर ढक कर निकलें बाहर। गर्मी में लू लगने से उल्टियां या दस्त लग जाने पर पीड़ित को तुरंत जीवन रक्षक घोल देना चाहिए। अगर जीवन रक्षक घोल घर में हो तो साफ पानी में हल्का सा नमक, मीठा और नींबू डाल कर उसे तैयार किया जा सकता है। पीड़ित को यह घोल थोड़ा थोड़ा पिलाते रहना चाहिए, ताकि शरीर में पानी की मात्रा पूरी रहे। उल्टियां या दस्त ज्यादा होने पर तुरंत डॉक्टर की सलाह लें। मौके पर प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. श्रीनिवास उपाध्याय, चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. सरिता कुमारी, स्वास्थ प्रबंधक आनंद राय, सीनियर ट्रीटमेंट सुपरवाइजर इंदु कुमारी, केटीएस अभिषेक कुमार, बीसीएम सतेंद्र कुमार, राघवेंद्र सिंह, पीएमडब्ल्यू जाफर आलम, प्रकाश दुबे, गोपाल जी, नागेन्द्र पाठक, लैब टेक्नीशियन मुकेश कुमार समेत अन्य सहयोगी संस्थानों के प्रतिनिधि मौजूद रहें।

रिपोर्टर

संबंधित पोस्ट