गर्भवती महिलाओं को कोविड टीका से नहीं होगा कोई नुकसान, होगी सुरक्षा
- रामजी गुप्ता, सहायक संपादक बिहार
- May 13, 2022
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•अब तक हुए टीकाकरण में पुरुषों से महिलाओं की संख्या काफी अधिक
•जिन महिलाओं का प्रिकॉशनरी डोज लेने का समय हो गाया है वो अपना टीका अवश्य लें
बक्सर ।। जिले में कोरोना वायरस से संक्रमण प्रसार व उसके प्रभाव को कम करने के लिए टीकाकरण का कार्य निरंतर चल रहा है। समय समय पर टीकाकरण की गति को बढ़ाने के लिए स्पेशल ड्राइव भी चलाए जाते हैं। ताकि, निर्धारित उम्र वर्ग के लाभार्थियों को टीका देकर लाभान्वित किया जा सके। क्योंकि विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी टीकाकरण को कोविड संकमण से बचाव का एकमात्र रास्ता बताया है। लेकिन, कोविड टीका लेने का यह मतलब कतई नहीं है की लोग टीकाकरण के बाद भी संक्रमण को लेकर बेपरवाह हो जाए। टीकाकरण के बाद भी नियमित रूप से मास्क के इस्तेमाल, हाथों को साबुन पानी से धोने या सैनिटाइजर के इस्तेमाल तथा शारीरिक दूरी के नियमों का पालन करते रहना आवश्यक है।
गर्भवतियों को टीकाकरण के प्रति जागरूक करने की पहल :
हालांकि, कई ऐसे मामले भी हैं जिनमें यह देखा जाता है की लाभुक अपरिहार्य कारणों से टीका लेने में कतराते हैं। जिनमें गर्भवती महिलाएं भी शामिल हैं। जो अपने गर्भ में पल रहे बच्चे को लेकर काफी चिंतित रहती हैं। ऐसे में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने गर्भवतियों को जागरूक करने की पहल की है। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने इसके लिए एडवाइजरी जारी की है। जिसमें बताया है कि कोविड टीकाकरण गर्भवती महिलाओं और उनके होने वाले बच्चे दोनों के लिए सुरक्षित है। कोविड 19 के लक्षण जिन गर्भवती महिलाओं में पाये जाते हैं, उन्हें गंभीर बीमारी होने की संभावना अधिक होती। साथ ही, भ्रूण पर भी इसका प्रभाव हो सकता है। इसलिए गर्भवती महिलाओं को कोविड 19 वैक्सीन लगवाने की सलाह दी जाती है।
गर्भवती महिलाएं अवश्य करवायें कोविड वैक्सीनेशन :
परिवार कल्याण मंत्रालय के मुताबिक कोविड 19 वैक्सीन गर्भावस्था के दौरान कभी भी लगवाई जा सकती। इसलिए इसे जल्द से जल्द लगवाने की सलाह दी जा रही है। एडवाइजरी के मुताबिक यदि कोई महिला गर्भावस्था के दौरान कोविड 19 संक्रमण से संक्रमित हो जाती है तो उसे प्रसव के तुरंत बाद वैक्सीन लगायी जानी चाहिए। क्योंकि गर्भावस्था में कोविड 19 वैक्सीन सुरक्षित है। हालांकि, हल्का बुखार, इंजेक्शन वाली जगह पर दर्द या एक से तीन दिनों तक अस्वस्थ महसूस करने जैसे मामूली असर हो सकते हैं। लेकिन, इससे घबराने की जरूरत नहीं है।
टीकाकरण में पुरुष पीछे :
कोविड टीकाकरण अभियान की दौड़ में महिलाएं पुरुषों से काफी आगे हैं। अब तक जिले की महिलाओं ने टीके की 1113650 विभिन्न डोज ले ली है। वहीं, पुरुषों को 1074586 डोज दिए गए हैं। इनमें टीके की पहली, दूसरी और तीसरी डोज की संख्या शामिल है। हालांकि, शुक्रवार की शाम तक जिलेवासियों को 2211584 टीके के डोज दिए जा चुके हैं। जिनमें 1171608 लोगों को पहली, 1017053 लोगों को दूसरी और 22923 को टीके की तीसरी यानी प्रिकॉशनरी डोज दिया जा चुका है।
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