नेताजी को दी गई भावपूर्ण श्रद्धांजलि

सुईथाकला ।। विकासखंड अंतर्गत पूर्व माध्यमिक विद्यालय डेहरी में  17 अक्टूबर को नेताजी मुलायम सिंह यादव को भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की गई।सपा सरकार के पूर्व ऊर्जा  एवं नियोजन राज्य मंत्री शैलेंद्र यादव ललई ने  श्रद्धा सुमन अर्पित कर  श्रद्धांजलि समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि 40 वर्ष पहले नेताजी ने मेडिकल की पढ़ाई को हिंदी भाषा में कराने का मुद्दा उठाया था ।उन्होंने कहा कि यदि कोई जननेता किसानों,छात्रों की शिक्षा व्यवस्था, शिक्षकों, पिछड़ों की आवाज उठाने वाले अग्रिम पंक्ति में खड़ा था तो उस महान शख्सियत का नाम था मुलायम सिंह यादव । उन्होंने कहा कि पूर्व अन्य रक्षा मंत्रियों की अपेक्षा शहीदों और उनके परिजनों को सम्मान दिलाने का कार्य उन्होंने किया और इसके लिए उनकी पार्थिव शरीर ससम्मान अंत्येष्टि  क्रिया के लिए उनके घर पहुंचा कर सम्मान दिलाने का काम किया जो शास्त्रोंचित था। 

उन्होंने हर धर्म -मजहब, जाति तथा वर्ग के लोगों के लिए समान रूप से कार्य किया जिनके अंदर भेदभाव नाम की चीज ही नहीं थी।  मुख्यमंत्री के कार्यकाल में चुंगी व्यवस्था से मुक्ति,खाद एवं उर्वरक तथा बीज की  उपलब्धता, उत्पाद को बेचने के लिए किसानों  को सहूलियत  आदि उनके प्रमुख योगदान रहे । उन्होंने कहा कि किसानों के गन्ने का मूल्य उनकी सरकार में हमेशा उचित रहता था ।नेताजी के जज्बे और हैसियत के बारे में उन्होंने कहा कि संसद में जाते समय हर कोई उनके सम्मान में अपने स्थान पर खड़ा हो जाता था क्योंकि वह वास्तव में धरती पुत्र थे ।

संसद में बोलते समय उनकी बातों को  लोग ध्यान से सुनते थे।  ललई ने कहा कि सियाचिन में जाकर चीन को ललकार ने की हिम्मत केवल स्वर्गीय नेताजी में थी ।हेलीकॉप्टर से दौरा करते समय ऊपर से ही वह गांव का नाम तक बता देते थे और यहां तक  कि मंच से सीधे सैकड़ों लोगों का नाम लेकर बुलाने की विशेषता उनके अंदर थी । मुलायम सिंह पर जातिवाद और विशेष धर्म का व्यक्ति होने का आरोप लगाने वालों को जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि एशिया महाद्वीप के सबसे बड़े पार्क का निर्माण जनेश्वर मिश्र के नाम पर उन्होंने लखनऊ में बनवाया । अपने हृदय के उद्गार व्यक्त करते हुए उन्होंने पूर्ण रूप से  आत्मविश्वास के साथ कहा कि पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव नेताजी के सपने को जरूर साकार करेंगे।मंच से उन्होंने सपा संरक्षक की मूर्ति और एक पुस्तकालय की स्थापना की घोषणा की।  उन्होंने कहा कि उस पुस्तकालय में नेता जी के जीवन से जुड़ी बातें और विधानसभा तथा लोकसभा में उनके उठाए गए मुद्दों की प्रमुख पुस्तकें उपलब्ध होंगी इससे देश की नई युवा पीढ़ी उनके योगदान को जानकर उनके पद चिन्हों पर चलते हुए लोहिया  तथा पंडित जनेश्वर मिश्र के सपनों को साकार करेगी ।

हंडिया पीजी कॉलेज के पूर्व प्राचार्य रामबली यादव ने कहा कि नेता जी ने पिछड़े वर्ग को 27% आरक्षण लागू कराने का काम किया। उन्होंने कहा कि देश में  समानता और न्याय का वातावरण स्थापित करने में उन्होंने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।जातिगत जनगणना कराना पूर्व मुख्यमंत्री का सपना था।जातिगत जनगणना कराने में सभी मिलकर सार्थक कदम कुछ लोग यदि उठाते हैं तो वह उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी। समारोह कार्यक्रम का संचालन पूर्व सदस्य जिला पंचायत त्रिभुवन यादव ने किया।मौके पर निषाद पार्टी के पूर्व महासचिव डॉ सूर्यभान यादव,वार्ड नंबर 15 के सदस्य जिला पंचायत सुरेंद्र यादव, सुरेंद्र कुमार यादव वार्ड नंबर 7, विधानसभा अध्यक्ष एवं  सुईथा सुईथाकला के पूर्व ब्लाक प्रमुख मिथिलेश यादव, युवा सपा नेता शिवेंद्र यादव,  विक्रमाजीत बिंद ,साहब लाल गुप्ता, विकास सिंह, प्रमोद यादव आदि उपस्थित रहे।

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