वैज्ञानिक नव दंपति ने दहेज मुक्त शादी करके समाज को दिया जागरूकता का संदेश

सुईथाकला ।। इस आर्थिक युग में अर्थ की प्राप्ति  किसी भी तरीके से हो और बेटे की शुरू से लेकर नौकरी में घूस यहां तक  कि तिलक से लेकर पूरी बारात के खर्चे की भरपाई लड़की पक्ष से ही करने के बारे में आम जनमानस की मानसिकता इस प्रकार से हो गई है कि जैसे लड़की का बाप कोई कामधेनु गाय हो। इस प्रकार से दहेज लेने और देने की एक परिपाटी सी बन गई है किंतु इससे हटकर गांव की मिट्टी  में पले- बढ़े,श्री गांधी स्मारक इंटर कॉलेज समोधपुर के पूर्व छात्र व चीन की चाइनीज अकैडमी आफ साइंसेज में वैज्ञानिक के रूप में सेवाएं दे रहे डॉ आशुतोष कुमार सिंह ने  जनपद के दुल्हन पैलेस मैरिज हाल में फर्रुखाबाद जिले की रहने वाली व अमेरिका की टैक्सास टेक यूनिवर्सिटी हेल्थ साइंस सेंटर  में कार्यरत वैज्ञानिक डॉ प्रतीक्षा सिंह से शादी रचाई।

नवविवाहित युगल विदेशों में सेवाएं देकर गांव की मिट्टी की खुशबू की अद्भुत सुगंध फैला रहे हैं।वैदिक मंत्रोचार के साथ पं.डॉ विजय प्रकाश शुक्ल तथा पंडित अशोक कुमार तिवारी  की मौजूदगी में अग्नि, वर और कन्या पक्ष के लोगों को साक्षी मानकर सात जन्म तक साथ निभाने के लिए सात फेरे लेते हुए कसम खाई। समाज को दहेज जैसी भयंकर कुप्रथा की परंपरा को तोड़ते हुए दहेज मुक्त शादी संपन्न हुई जिसमें अत्यंत सादगी भरा माहौल देखने को मिला।डॉ आशुतोष कुमार सिंह का कहना है कि  दहेज प्रथा ऐसी भयंकर बुराई है जो समाज के विकास को पूरी तरह से खोखला बना देती है। उन्होंने नई पीढ़ियों और उनके अभिभावकों सहित आम जनमानस से अपील किया कि समाज के सर्वांगीण विकास को अवरुद्ध करने वाली ऐसी सामाजिक बुराई के खिलाफ सभी लोगों को एकजुट होकर लड़ाई लड़नी चाहिए।उन्होंने समाज को जागरूकता का संदेश देते हुए कहा कि फिजूलखर्ची को बढ़ाने वाली, सौदेबाजी,समाज विरोधी और राष्ट्र के विकास के लिए सबसे बड़ी ऐसी बाधा को समूल नष्ट कर देना चाहिए तभी समाज का विकास हो सकता है। हमें ऐसी सामाजिक कुरीतियों को जड़ से उखाड़ फेंकना चाहिए। लोगों को आगे आना चाहिए। उन्होंने आम जनमानस को जागरूक करते हुए कहा कि दहेज पूरे मानव समाज सहित संपूर्ण राष्ट्र के विकास में सबसे बड़ी बाधा है और देश की तरक्की के लिए यह एक नासूर फोड़े की तरह है जो बाद में किसी कैंसर जैसी भयानक बीमारी का रूप ले लेता है और अंत में अस्तित्व ही समाप्त हो जाता है। 

डॉ .प्रतीक्षा सिंह इस शादी को लेकर बेहद खुश हैं उनका विचार है कि समाज को इस विचारधारा को स्वीकार करना होगा कि "कन्या ही सबसे बड़ी दहेज है। " डॉ प्रतीक्षा की माने तो इनके अनुसार समाज के हर मां-बाप को बेटियों को बेटों के बराबर ही आंकना चाहिए उनमें किसी भी प्रकार का भेदभाव नहीं करना चाहिए।  उन्होंने कहा कि जिस सुख की चाहत हम अपनी बेटियों के लिए ससुराल में रखते हैं ठीक वैसा ही बर्ताव अपनी बहू के साथ करना चाहिए । जिला कारागार के तत्कालीन जेलर संजीव कुमार सिंह ने इस शादी को ऐतिहासिक बताते हुए नया कीर्तिमान स्थापित करने वाली शादी बताया है। एटा जिले से सेवानिवृत्त जेलर राजीव कुमार सिंह  इसे आदर्श शादी बताते हुए गांव ,समाज,परिवार और देश के रीति रिवाज,संस्कृति की धरोहर को  संजोने वाली शादी की संज्ञा दी है।चाचा राजेंद्र कुमार सिंह ने इस शादी को समाज का आवश्यक अंग बताया है ।जालौन में अपर जिला सहकारी अधिकारी के पद पर कार्यरत चाचा रविंद्र कुमार सिंह के अनुसार परिवार समाज को साथ लेकर चलने और उन्हें महत्व देने का कार्य करेंगे तो समाज को न केवल मजबूती मिलेगी बल्कि देश की सबसे छोटी इकाई गांव और समाज की उन्नति होगी और  तभी देश तरक्की करेगा। उन्होंने दूल्हे और दुल्हन के इस फैसले को देश की सबसे छोटी इकाई गांव को सशक्त करने का एक सफल माध्यम बताया है क्योंकि पाश्चात्य सभ्यता की नकल आज की युवा पीढ़ी कर रही है जिससे हमारी परंपराएं हमारे संबंध और पारिवारिक रिश्ते टूटते और बिखरते जा रहे हैं जिससे समाज में बहुत बड़ा बिखराव उत्पन्न होगा जो मानव समाज के लिए घातक साबित होगा। 

श्री गांधी स्मारक इंटर कॉलेज समोधपुर के छात्र रहे डॉ आशुतोष कुमार सिंह के इस निर्णय की सराहना प्रबंधक हृदय प्रसाद सिंह रानू  ने इसे समाज हित के लिए आवश्यक और प्रशंसनीय कार्य बताया है। पूर्व प्रधानाचार्य डॉ रणजीत सिंह ने इस शादी को आने वाली पीढ़ियों के लिए एक अच्छा उदाहरण बताते हुए नए जोड़े को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दी हैं। पूर्व प्रधानाचार्य ने अपने हृदय के उद्गार व्यक्त करते हुए कहा कि ऐसी उत्कंठा से सभी लोगों को मुक्त होना चाहिए जिसमें लड़की के पिता से ऐसी मांग की जाती है जिससे वे टूट जाते हैं घर और गहने गिरवी रखने पड़ते हैं।यह प्रथा बंद होनी चाहिए इसके लिए सभी लोगों को मिलकर के सार्थक कदम उठाना चाहिए।डॉ आशुतोष की बहन व कवयित्री डॉ शिवानी ने इस कदम को  महिलाओं को सशक्त करने और समाज को मजबूती प्रदान करने वाला देश हित  में ठोस कदम बताया है। समाज के लिए सादगी की मिसाल कायम करने वाली इस शादी की सराहना लोगों द्वारा जमकर की जा रही है।

रिपोर्टर

संबंधित पोस्ट