
सरकारी उपजिला अस्पताल के फर्स पर महिला ने दिया बच्चे को जन्म, प्रसव के दरमियान इलाज करवाने आयी महिलाओं ने पर्दा लगाकर किया आड़। अस्पताल प्रशासन बना प्राथमिक उपचार केन्द्र
- महेंद्र कुमार (गुडडू), ब्यूरो चीफ भिवंडी
- Feb 13, 2023
- 468 views
भिवंडी।। भिवंडी के एकमात्र शासकीय स्वं इंदिरा गांधी स्मृति उपजिला अस्पताल में एक महिला ने खुले में अपने बच्चे का जन्म दिया है। अस्पताल के गलियारे में हुए प्रसव को देखते हुए अस्पताल में इलाज करवाने आयी महिलाओं ने चादर लगाकर पर्दा किया। इसके बावजूद भी सरकारी यत्रंणा सोती रही। जिसके कारण नागरिकों में अस्पताल प्रशासन के खिलाफ तीव्र आक्रोश व्याप्त है। प्राप्त जानकारी के अनुसार शहर के शांतिनगर क्षेत्र में रहने वाले अफसर शेख शुक्रवार की शाम सात बजे अपनी गर्भवती पत्नी को स्थानीय स्वर्गीय इंदिरा गांधी स्मृति उपजिला सरकारी अस्पताल में प्रसव के लिए लेकर आया था। किन्तु गर्भवती महिला की हालत ठीक होने के कारण प्रसूति वार्ड में डॉक्टरों समेत अस्पताल स्टाफ ने महिला को प्रसव के लिए भर्ती करने से इनकार कर दिया। गर्भवती महिला के पति द्वारा अस्पताल स्टाफ से चार घंटे तक गुहार लगाने के बावजूद महिला को अस्पताल में भर्ती नहीं किया गया। महिला प्रसव पीड़ा सहन नहीं कर पा रही है जिसके कारण उसने रात 11 बजे अस्पताल के गलियारे के फर्श पर एक नवजात शिशु को जन्म दे दिया। प्रसव पीड़ा से तड़प रही महिला को अस्पताल में इलाज के लिए आयी महिलाओं ने पर्दा लगाकर बच्चे को जन्म दिलाया। इस प्रसव की जानकारी मिलते ही अस्पताल के प्रसूति विभाग के कर्मचारियों ने अपनी गलती पर पर्दा डालने के लिए महिला को अस्पताल में भर्ती करा दिया। डॉक्टर और नर्स की लापरवाही के कारण प्रसव के दौरान अत्यधिक रक्तस्राव के कारण महिला बेहोश हो गई। इसके बाद हालत बिगड़ने पर उसे इलाज के लिए मुंबई के एक अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया है। महिला के पति अफसर शेख ने इस प्रकार की जानकारी देते हुए दोषी अस्पताल कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
इस संबंध में अस्पताल अधीक्षक चिकित्सा अधिकारी डॉ.मोरे से संपर्क किया गया तो उन्होंने बताया कि महिला को अस्पताल में भर्ती करवाया गया था।जब उसकी जांच की गई तो उसका हीमोग्लोबिन 4 और सफेद रक्त कम था। जिसका उसका प्रसव खतरनाक हो सकता था। इसलिए उसके पति को प्रसव के लिए ठाणे जिला अस्पताल जाने के लिए सलाह दी गयी थी। जिससे उसका पति नाराज़ होकर अस्पताल के भीतर ही हंगामा कर दिया। उसकी पत्नी उसका पीछा करने लगी और डिलीवरी रूम की महिला स्टाफ ने उसे रोकने की कोशिश की लेकिन वह नहीं मानी। इसके बाद महिला ने अस्पताल के बाहर गलियारे के फर्श पर ही बच्चे को जन्म दे दिया। स्थानिक नागरिकों ने अस्पताल प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहां की उप जिला अस्पताल केवल एक प्राथमिक उपचार केंद्र बना चुका है यहां पर केवल मरीजों का प्राथमिक उपचार कर ठाणे सिविल अस्पताल भेज दिया जाता है। जिसके कारण नागरिकों में अस्पताल प्रशासन के खिलाफ घोर नाराज़ी व्याप्त है।
रिपोर्टर