भिवंडी में सलाटर हाउस आंदोलन के शहीदों को भावपूर्ण आदरांजली।

भिवंडी ।भिवंडी शहर से सटे तालुका के सावंदे - गोरसई गावं सीमांंतर्गत कामवारी नदी के किनारे पर निमार्ण होने वाले जानवरों के सलाटर हाउस का विरोध करने वाले तालुका के हिंदू प्रेमियों ने १८ नवंबर १९८३ को बडा आंदोलन किया था।उक्त सलाटर हाउस के विरोध में किरा गया आंदोलन रविवार को ३५ वर्ष पूरे होने पर आंदोलन में होने वाले चारों शहीदों को याद करते हुए स्थानिकों ने उन्हें भावपूर्ण आदरांजली दी है।


उक्त आंदोलन  हिंसक रूप धारण कर लिया था जिसे नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने आंदोलनकारियों पर लाठीचार्ज किया तथा गोलीबारी की थी जिसमें शांताराम म्हात्रे (कालवार) ,लक्ष्मण हाडके (गौरी पाडा) ,चंदर मुकणे (शेलार) , व शुद्धोधन चन्नेे (गोरसई )सहित चार शूरवीर शहीद हुए थे। स्थानिक नागरिकों की नाराजगी व भावनाओं तथा  विरोध को देखते हुए राज्य शासन ने इस सलाटर हाउस  के निर्माण कार्य को बंद कर दिया और प्रकल्प को रद्द कर दिया है। शहीदों की  कायम रखने के लिए  गोरसई ,सावंदे ,शेलार ,कालवार स्थित के स्थानिकों ने  आदराांजली अर्पित कर अभिवादन किया है।गोरसई स्थित शहीद शुद्धोधन चन्ने की समाधी  को अभिवादन किया गया। तथा शेलार ,गौरीपाडा व कालवार  स्थित स्थानिक हिंदू प्रेमियों ने शहीदों को आदरांजली दी। उक्त अवसर पर सावंदे ग्रामपंचायत की सरपंच श्ररीमती रंजना रविकांत पाटिल,पूर्व सरपंच वंदना बजरंग भोईर,शिवसेना विभाग प्रमुख कल्पेश केणे,उप-सरपंच चेतन चन्ने,समाज सेवक दीपक भोईर,विवेक वाघचौरे आदि सहित क्षेत्र के नागरिक भारी संख्या में उपस्थित थे। .  

रिपोर्टर

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