किसान असहमति पत्र का चला रहे हस्ताक्षर अभियान

तीन नवंबर को प्रतिरोध मार्च के जरिए जिलाधिकारी को सुपुर्द करेंगे असहमति पत्र

 कैमूर ।।  भूमि अधिग्रहण में कम मुआवजा को लेकर किसान लगातार आंदोलन कर रहे हैं। किसानों ने आंदोलन के अगले चरण में असहमति पत्र प्रतिरोध मार्च के जरिए जिलाधिकारी को सौंपेंगे।जिले में भारतमाला परियोजना एक्सप्रेस-वे निर्माण एवं एन एच 219 बाईपास एवं चौरी करण के लिए भूमि अधिग्रहण में मुआवजा को लेकर किसानों जबरदस्त असंतोष है। किसान पिछले एक साल से किसान संघर्ष मोर्चा कैमूर के द्वारा आंदोलन किया जा रहा है। भूमि अधिग्रहण रोकने के लिए किसानों ने नया तकनीकी एवं कानुनी तौर पर सभी किसानों से असहमति पत्र पर हस्ताक्षर कर न्यायालय से शपथ पत्र भरकर जिलाधिकारी को सौंपेंगे। किसान असहमति पत्र 3 नवंबर को प्रतिरोध मार्च के जरिए जिलाधिकारी को सौंपेंगे। किसान प्रतिरोध मार्च में जिले के हजारों किसानों को शामिल होने की संभावना है।इस संबंध में किसान अमित कुमार रंजन गांव बयरी संतोष कुमार सिंह गांव भेरी असर्फी सिंह गांव गोंई संजय जायसवाल गांव सहबाजपुर प्रभात सिंह गांव चांद बद्री साह गांव जिगिना ने कहा एक्सप्रेस-वे एवं एन एच 219 सड़क निर्माण में मुआवजा बहुत कम मिल रहा है। किसानों ने कहा उचित मुआवजा नहीं मिलेगा तो सड़क निर्माण के लिए अपनी भूमि सरकार को नहीं देंगे।3 नवंबर को पटेल चौक से निकलने वाला प्रतिरोध मार्च में चांद के सैकड़ों किसान शामिल होने के लिए जाएंगे। भूमि अधिग्रहण में उचित मुआवजा को लेकर किसान तीन नवंबर को प्रतिरोध मार्च में काला पट्टी बांध कर किसान एकता के नारों को बुलंद करेंगे। किसानों ने कहा भूमि अधिग्रहण में मुआवजा को लेकर सरकार से आर-पार की लडाई लड़ी जाएगी।

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