पर्यावरण प्रेमी शिवम् द्वारा एक दिया शहिदों के नाम पर छात्र छात्राओं को किया गया वितरण

कैमूर।। भभुआ नगरपालिका मध्य विद्यालय भभुआ में पर्यावरण प्रेमी शिवम कुमार के नेतृत्व में एक दीया शहीदों के नाम पर दीया वितरण कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस दीपावली में अपने घर पर एक दीया शहीदों के नाम जलाएं। इस लिए छात्र-छात्राओं के बीच दीया वितरण कार्यक्रम विघालय के प्रधानाध्यापक नागेन्द्र तिवारी के द्वारा उद्घघाटन किया गया। उसके बाद सभी छात्र-छात्राओं को दीया वितरण किया गया। शिवम कुमार ने छात्र-छात्राओं को बताया कि शहीदों को दीपक जलाकर हम श्रद्धांजलि दे। उनकी शहादत को कभी भुलाया नहीं जा सकता है। देश भर में लोग जहां अपने घरों में परिवार के साथ दीपावली का पर्व मना रहे हैं, वहीं जवान देश की सुरक्षा में जुटे हुए हैं। वह अपने परिवारों के साथ कई त्योहार नहीं मना पाते हैं। शहीदों के साथ देश की सेवा करने वाले जवानों को भी याद किया जा रहा है। शहीदों की शहादत को हर देशवासी को याद रखना चाहिए। हम सभी को देश और समाज के लिए निरंतर कार्य करना चाहिए। ऐसे कार्यक्रमों को आयोजन करने का मकसद समाज में सकारात्मक संदेश पहुंचाना हैं। हमारे भी देश और राज्य के प्रति कर्तव्य हैं। शिवम ने बताया कि दीपावली पर्व खुशियों का त्योहार है। एक दीया उनके लिए भी जलाये जो अपने परिवार को घरों में उनके ही हाल पर छोड़ देश की सेवा और हमारी सुरक्षा के लिए दिन-रात सर्दी, धूप ,बरसात जैसी विषम परिस्थितयों में जल, थल, नभ में हर वक़्त देश एवं देशवासियों की हिफाज़त करते हुए वीरगति को प्राप्त हो शहीद होकर रहती दुनिया तक हमारे दिल में धड़कन की भांति धड़कते रहते है। एक दीप उन शहीदों के नाम आप अवश्य जलाएं। जिस प्रकार प्रत्येक देशवासी के दिल में देश प्रेम सर्वापरि होता है, उसी प्रकार हमारे दिलो में शहीदों की स्मृतियाँ सदैव विराजमान रहनी चाहिए।

देश एवं देशवासियों की खातिर सीमा पर शहीद हो गए। देश की रक्षा के लिए अपना सब कुछ न्यौछार करने के लिए तत्पर रहने वाले वीर सैनिक हमारे साथ-साथ देश की आन-बान व शान हैं। सरहद की रक्षा करते-करते जिन वीर सैनिकों ने अपने शरीर की आहुति दे दी, उन शहीदों को हमें प्रकाश पर्व पर जरूर याद करना चाहिए। क्योंकि इन बहादुरों ने ही हमें खुशहाली, सृमद्धि और चैन-सुकून से जीने की आजादी दी है। हमें सदैव शहीदों और शहीदों के परिवारों का दिल से सम्मान करना चाहिए। लोकल पर वोकल आत्मनिर्भर भारत का सपना पूरा करें और अपने आस पास के लोगों से ही दीया अवश्य खरीदें। इसका उद्देश लोगों को पौराणिक प्रथा और भारतीय संस्कृति से जोड़ना है, ताकि वो दिवाली पर मिट्टी के दीपक जलाने के लिए प्रेरित हो सकें। हम मिट्टी के सामानों का उपयोग करेंगे तो कुम्हार समाज, जिसका यह पारंपरिक कारोबार है, दिवाली पर उनके घर भी रोशन होंगे और चेहरों पर मुस्कुराहट रहेगा। इस कार्यक्रम के दौरान विघालय के शिक्षक पीयूष कुमार,धर्मेन्द्र कुमार प्रभाकर, रविता कुमारी, गौतम ठाकुर, आदि एवं समस्त छात्र-छात्राएं उपस्थित रहें !!

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