18 वें दिन किसानों ने दिया धरना

कैमूर ।। चांद कैम्प स्थल मसोई में किसानों ने अनिश्चितकालीन धरना के तहत शुक्रवार को 18 वां दिन किसानों ने दिया धरना। कड़ाके की ठंड में घर से बाहर निकलना मुश्किल हो रहा है वहीं किसान उचित मुआवजा की मांग को लेकर ठण्डक में ठिठुरते हुए बैठे रहे। 18 दिन लगातार धरना दे रहे किसानों को अधिकारियों के द्वारा सुध लेने वाला कोई नहीं पंहुचा जिसे लेकर किसानों में जबरदस्त आक्रोश था। धरना में बैठे किसान अवधेश कुमार सिंह गज्जन सिंह राजू सिंह श्याम सुन्दर सिंह ने कहा सरकार समझ रही है किसान धरना देते देते टुट जाएंगे। किसानों ने कहा मर मिट जाएंगे औने पौने मूल्य पर भूमि सड़क निर्माण के लिए नहीं देंगे। लगातार 18 दिन धरना पर बैठे किसानों में एकजुटता देखी गई। किसान अनिश्चितकालीन धरना एवं आंदोलन के लिए एकजुट एवं संकल्पित है। अपनी मांगों को लेकर एवं उचित मुआवजा को लेकर किसान 26 जनवरी को टैक्टर मार्च निकालेंगे।भारतमाला परियोजना के तहत वाराणसी कोलकाता टु रांची एक्सप्रेस-वे एवं एन एच 219 बाईपास एवं चौरी करण निर्माण के लिए भूमि अधिग्रहण में किसानों को कम मुआवजा मिल रहा है मुआवजा को लेकर किसानों ने पिछले साल से लगातार आंदोलन कर रहे हैं। किसानों ने मुआवजा की मांग को लेकर कैमूर जिले में दो बार किसान नेता राकेश टिकैत आ चुके हैं। किसानों ने जिला मुख्यालय में तालाबंदी एवं पदयात्रा कर चुके हैं। सरकार द्वारा किसानों की उचित मुआवजा की मांग नहीं सुनने पर किसानों ने 2 जनवरी से पीएनसी प्राइवेट लिमिटेड कंपनी कैम्प स्थल मसोई में अनिश्चितकालीन धरना दे रहे हैं। अनिश्चितकालीन धरना के 18 वां दिन अमित रंजन सिंह श्याम नारायण सिंह पप्पू चौबे यशवंत सिंह जनार्दन सिंह आदि किसान शामिल हुए।

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