मराठा समाज का पिछड़ापन जांचने के लिए सर्वे की तैयारियां पूरी

शहर में 23 से 31 जनवरी तक होगा सर्वेक्षण

सर्वेक्षण के लिए पालिका के कुल 1067 कर्मचारियों की नियुक्ति 

नागरिक सर्वेक्षण में करें सहयोग -- पालिका आयुक्त अजय वैद्य

भिवंडी।। महाराष्ट्र सरकार ने मराठा समुदाय के पिछड़ेपन की जांच करने का काम महाराष्ट्र राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग को सौंपा है। इसके मुताबिक यह सर्वेक्षण सरकारी यंत्रणानुसार कराया जाएगा। सर्वेक्षण को सही ढंग से संचालित करने के लिए महानगर पालिका स्तर पर प्रगणक एवं पर्यवेक्षक के रूप में कार्य करने वाले नोडल अधिकारी, सहायक नोडल अधिकारी स्तर पर नियुक्त प्रशिक्षकों को 20 जनवरी 2024 को महानगर पालिका मुख्यालय पर विशेषज्ञ प्रशिक्षकों (मास्टर ट्रेनर्स) द्वारा प्रशिक्षण दिया गया है। जिला स्तर पर प्रशिक्षित इन प्रशिक्षकों ने 21 जनवरी 2024 को महानगर पालिका क्षेत्र में नियुक्त प्रशिक्षकों, पर्यवेक्षकों एवं प्रगणकों को गांजेंगी हॉल में प्रशिक्षण दिया। पालिका आयुक्त इस सर्वेक्षण के नोडल अधिकारी होंगे जबकि उपायुक्त (मुख्यालय) सहायक नोडल अधिकारी होंगे। जबकि वार्ड स्तर पर वार्ड अधिकारी नोडल अधिकारी तथा कार्यालय अधीक्षक  सहायक नोडल अधिकारी के रूप में कार्य करेंगे। महानगर पालिका क्षेत्र के कुल 43 आर्थिक रूप से पिछड़े इलाकों में सर्वे कराया जायेगा। इसमें 999 प्रगणक एवं 68 पर्यवेक्षक, कुल 1037 कर्मचारी सर्वेक्षण हेतु नियुक्त किये गये है। इस सर्वेक्षण में पिछड़ा वर्ग आयोग द्वारा तैयार की गई प्रश्नावली एक मोबाइल ऐप के माध्यम से सर्वेक्षण किया जायेगा। लक्षित लाभार्थियों से प्रश्नावली पूछी जाएगी और उसके माध्यम से एक सर्वेक्षण किया जाएगा। पिछड़ा वर्ग आयोग के निर्देशानुसार महानगर पालिका स्तर पर  पर्यवेक्षकों एवं प्रगणकों द्वारा सर्वेक्षण कार्य 23 से 31 जनवरी 2024 तक पूरा किया जायेगा। पालिका आयुक्त अजय वैद्य ने नागरिकों से इस सर्वेक्षण कार्य में सहयोग करने की अपील की है ।

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