
अनिश्चितकालीन धरने के 62वें दिन किसानों ने 24 घंटे धरना देने का लिया निर्णय
- आशुतोष कुमार सिंह, ब्यूरो चीफ बिहार
- Mar 03, 2024
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किसानों को मिला वकीलों का साथ
जिला संवाददाता कुमार चन्द्र भुषण तिवारी की रिपोर्ट
कैमूर ।। जिला के चैनपुर प्रखंड अंतर्गत मसोई गांव स्थित पीएनसी इंफ्राटेक प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के बेस कैंप में, अनिश्चितकालीन धरने दे रहे किसानों को 62वें दिन रविवार को धरना पर बैठे किसानों को वकीलों का साथ मिला। धरना के 62 वें दिन किसानों ने 24 घंटे धरना देने का निर्णय लिया। आपको बताते चलें कि विगत 2 जनवरी से ही किसान दिन के 10:00 बजे से शाम के 5:00 बजे तक धरना स्थल पर बैठे रहते थे। सूत्रों की माने तो लगातार धरना दे रहे किसानों के आंदोलन को देखते हुए पीएनसी इंफ्राटेक प्राइवेट लिमिटेड कंपनी ने हाथ खड़े कर लिए हैं। सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार पीएनसी इंफ्राटेक प्राइवेट लिमिटेड कंपनी ने एनएचएआई को सूचित किया है, की किसानों के लगातार विरोध से कार्य करना मुश्किल हो गया है। पीएनसी कम्पनी ने एन एच ई आई से कहा भारत माला परियोजना के तहत वाराणसी रांची टु कोलकाता एक्सप्रेस-वे निर्माण में काम किसानों के विरोध को देखते हुए नहीं किया जा सकता है। कंपनी ने बेस कैंप स्थल मसोई को बंद करने का अल्टिमेटम एनएचएआई को दे दिया है। कंपनी के अधिकारियों ने कहा पांच दिनों में किसानों की समस्या हल नहीं किया गया तो बोरिया बिस्तर समेटकर कर कंपनी चली जाएगी। वही पिछले 62 दिन लगातार अनिश्चितकालीन धरना पर बैठे किसानों ने 24 घंटे धरना जारी रखने का निर्णय ले लिया है।
अनिश्चितकालीन धरना में भभुआ कोर्ट के वकीलों का साथ मिला। वकील मनीष कुमार सिंह ने कहा आने वाले समय में दर्जनों वकील किसानो के धरना में शामिल होंगे।धरना में शामिल किसानों ने कहा किसानों को उचित मुआवजा न मिलने पर आने वाले समय में बेस कैंप को बंद कर दिया जाएगा। धरना में किसानों की संख्या लगातार बढ़ रही है। अनिश्चितकालीन धरना में शामिल अध्यक्ष भारतीय किसान यूनियन कैमूर ने कहा किसानों का संघर्ष बेकार नहीं जाएगा। उन्होंने ने कहा कुछ दिनों के बाद किसान पीएनसी इंफ्राटेक प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के बेस कैंप स्थल मसोई में 24 घंटे का धरना देकर कंपनी के काम को बंद करवा दिया जाएगा। अध्यक्ष ने कहा 24 घंटे अनिश्चितकालीन धरना में लंगर चलेगा। उन्होंने ने कहा धरना में शामिल किसानों को खाने की व्यवस्था धरना स्थल पर किया जाएगा। भारत माला परियोजना के तहत वाराणसी रांची टु कोलकाता एक्सप्रेस-वे एवं एन एच 219 सड़क निर्माण के लिए किसानों को भूमि अधिग्रहण में बाजार मूल्य से बहुत ही कम मुआवजा दिया जा रहा है। भूमि अधिग्रहण में जिले के किसानों का सैकड़ों एकड़ भूमि जा रही है। धरना में श्याम सुन्दर सिंह, भुपेंद्र सिंह, अमित कुमार रंजन, वीकी सिंह राज नारायण सिंह, पप्पू चौबे, चंदन पटेल, राजु सिंह, ललन शर्मा, श्रवण कुमार, चंचल दुवे, मंटु दुवे, कान्ता साह, राकेश कुमार उपाध्याय आदि दर्जनों किसान शामिल हुए।
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