बदलते मौसम ने बढ़ा दी बीमारी, 80 फीसदी मरीज डायरिया व दस्त के - डॉ वीरेंद्र वर्मा चिकित्साधिकारी जिला चिकित्सालय

अयोध्या ।। गर्मी के साथ ही बीमारियों ने भी दस्तक दे दी है। घटते-बढ़ते तापमान के बीच अस्पतालों में मौसम की भरमार से बड़ी संख्या में बीमार पहुंच रहे हैं।  जिला अस्पताल के चिकित्सक डॉ. वीरेंद्र वर्मा ने बताया कि इस समय अस्पताल में भर्ती मरीजों में 80 फीसदी डायरिया, डीसेंट्री व दस्त के मरीज हैं। मौसम में बदलाव आने के कारण सांस के रोगियों की भी संख्या बढ़ी है। हर 10 में पांचवां मरीज सांस की बीमारी से ग्रसित है। इसके अलावा वायरल फीवर ने भी अपने पांव पसारे हैं। उन्होंने बताया कि अभी सुबह-शाम हल्की ठंड रहती है। ऐसे में कूलर और एसी का प्रयोग घातक हो सकता है। 

डॉ. वीरेंद्र वर्मा ने बताया कि अस्पताल पहुंचने वाले हर 10 मरीज में तीसरा मरीज कार्नेरी हार्ट डिजीज से पीड़ित है। इसका प्रमुख कारण आरामदायक जीवनशैली है। बीड़ी, सिगरेट व शराब आदि का अत्यधिक सेवन और कसरत-व्यायाम न करना है। इसलिए सभी को रोजाना दो किलोमीटर की सैर जरूर करनी चाहिए। अधिक तेल युक्त भोजन व स्पाइसी खाने से बचना चाहिए। 

मई में बढ़ जाता है हीट स्ट्रोक का खतरा

डॉ. वीरेंद्र वर्मा ने बताया कि मई के सेकेंड हाफ में हीट स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है। इसलिए गर्मियों में बीमारियों से बचने के लिए खूब पानी पीएं। खाली पेट घर से न निकलें। रसदार फलों का सेवन करें और बाहर जाते वक्त छाते का इस्तेमाल करें। बासी खाने का सेवन बिल्कुल भी न करें। 


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गर्मी से बचाव के लिए जरूरी बातें

घर से खाली पेट न निकलें।

पानी की बोतल हमेशा साथ रखें।

लंबे समय तक धूप में न रहें।

कटे हुए फल न खाएं।

ऑरो वाटर या उबले हुए पानी को ठंडा करके पीएं।

पूरी बांह के कपड़े पहनें।

स्ट्रीट फूड खाने से परहेज करें।

संसक्रीम का प्रयोग करें और सनग्लास लगाएं।


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धूप से आने के बाद यह न करें

तुरंत ठंडा पानी न पीएं।

एसी-कूलर में न बैठें।

बाहर से आने के बाद तुरंत न नहाये,

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