संपत्ति टैक्स वसूली की नाकामी छिपाने के लिये पालिका प्रशासन ने नही जारी की वसूली की गणना

भिवंडी।। भिवंडी पालिका प्रशासन का अजीबोगरीब कारनामा उजागर हुआ है। मार्च के आखिरी दिन वसूली का कार्य बंद कर दिया गया।लगभग एक महीना का समय बीत जाने के बाद भी कितनी वसूली हुई इसकी जानकारी सार्वजनिक नहीं की गई। जिसको लेकर शहर में तरह तरह की चर्चाऐ व्याप्त है। टैक्स विभाग के संबंधित अधिकारियों से इसकी जानकारी पूछने पर टोल मटोल जवाब देकर अपना पल्ला झाड़ लिया है। जिसके लेकर शहर के दक्ष नागरिकों ने टैक्स विभाग के अधिकारियों सहित सॉफ्टवेयर कंपनी ठेकेदार पर कार्रवाई की मांग की है। 

गौरतलब हो कि भिवंडी पालिका प्रशासन ने मार्च के आखिरी सप्ताह में बकाया संपत्ति टैक्स वसूल करने का काम बंद कर दिया था। बकाया संपत्ति टैक्स वसूली की गणना मार्च के आखिरी दिन सार्वजनिक करना था। किन्तु वसूली की नाकामी छिपाने के लिए अभी तक कुल वसूली और बकाया राशि की लेखा जोखा का गणना सार्वजनिक नहीं किया गया।

मार्च का महिना आर्थिक वर्ष होने के कारण तमाम कंपनिया सहित सभी प्रशासनिक स्थानिक स्वराज्य संस्थाऐ अपने बैलेंस सीट को सार्वजनिक करती रही है। अप्रेल का महीना समाप्त होने वाला है किन्तु भिवंडी निज़ामपुर शहर महानगर पालिका के संपत्ति कर संग्रह की गणना चल रही है। यह पता नहीं चल सका की पिछले आर्थिक वर्ष में कितना बकाया टैक्स संग्रह किया गया।जबकि इस विभाग पर सदैव भष्ट्राचार का आरोप लगता रहा है। इसी विभाग में नवीं मुंबई की एंट्री करप्शन ब्यूरो टीम ने संपत्ति पर टैक्स लगाने के नाम पर तीन कर्मचारियों को डेढ़ लाख रूपये रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ गिरफ्तार किया था। जो जेल गये थे और अभी जमानत पर रिहा है।‌ कितनी बकाया टैक्स की वसूली की गई। इसकी नियमित जानकारी मांगने के बावजूद कुल संपत्ति वसूली और बकाया रकम की गणना सार्वजनिक नही किया गया। कर मूल्यांकन विभाग प्रमुख गिरीष घोष्टेकर से पूछने पर उन्होंने बताया की अभी तक अंतिम जानकारी नहीं प्राप्त हुई है। प्रशासन से इस बात पर पूछने की कोशिश की गई तो उन्होंने कहा की इसकी जानकारी बहुत जल्द दी जायेगी और अपना पल्ला झाड़ लिया है।

रिपोर्टर

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