संत थायरासिंह दरबार में चालीस दिन के भीतर 17 हजार लोगों ने ली मुफ्त चिकित्सा सेवा

मुंबई के नामचीन डॉक्टरों ने उल्हासनगर में दी सेवा, मुफ्त दवा के साथ ही आवश्यक चिकित्सकीय सहायता भी मुफ्त


संत थायरासिंह दरबार के धनगुरु नानक शाह चैरिटेबल क्लिनिक की पहल

उल्हासनगर : कैंप 3 में प्रसिद्ध संत थायरासिंह दरबार के प्रांगण में चालीस दिनों के लिए विशेष स्वास्थ शिविर का आयोजन किया गया था जिसमे मुंबई के तमाम नामचीन विशेषज्ञों ने उल्हासनगर, कल्याण, अंबरनाथ समेत अन्य शहरों के मरीजों को उत्कृष्ट चिकित्सा सेवा दी। इस दौरान 17 हजार से अधिक मरीजों को उपचार व मुफ्त दवाएं दी गई। थायरासिंह दरबार के द्वारा पहली बार ऐसी सेवा देने का आयोजन किया गया। बतादें की संत थायरासिंह दरबार के द्वारा संचालित गुरुद्वारे के माध्यम से दैनिक रूप से लंगर व मुफ्त चैरिटेबल अस्पताल का भी संचालन किया जाता है।


थायरासिंह दरबार के भाई साहब त्रिलोकचंद मेहरबान सिंह के जन्मदिन के उपलक्ष्य में उन्होंने चालीस दिन के सुपर स्पेशियलिटी मेडिकल कैंप लगाने को सोचा और उसे मूर्त रूप दिया। अगल अलग रोगों के विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम को कैंप 3 के 17 सेक्शन में बुलाया गया था यह ऐसे नामचीन डॉक्टर थे जिनकी कंसल्टिंग फीस ढाई से तीन हजार के करीब थी। इसके अलावा सभी आए हुए मरीजों को मुफ्त दवाएं भी दी गईं। धनगुरु नानक शाह चैरिटेबल क्लिनिक के मुख्य डॉक्टर गिरीश भाटीजा ने पूरी जानकारी देते हुए बताया कि ईएनटी, हृदयरोग, त्वचारोग, स्त्रीरोग, हड्डी रोग, जैसे अन्य विशेषज्ञ डॉक्टरों को बुलाया गया था। खासकर त्वचारोगों की दवाइयां काफी महंगी होती हैं जिन्हें ट्रस्ट द्वारा मुफ्त में मरीजों को उपलब्ध कराया गया। हर डॉक्टर ने तीन दिन का समय शहर की जनता के लिए दिया।



घुटनों के नी कैप, स्पाइन बेल्ट आदि भी मरीजों को फ्री दिए गए। आंखों की जांच के लिए भी तीन दिन डॉक्टरों ने जांच की और हजारों लोगों को दवाओं के साथ मुफ्त चश्मे भी बांटे गए। डॉ. गिरीश ने बताया कि नेत्र कैंप में जिन लोगों की आंखों में मोतियाबिंद की समस्या है उनकी भी लिस्ट बनाई गई है और भाई साहब मेहरबान सिंह द्वारा जल्द ही उनके मुफ्त ऑपरेशन की व्यवस्था की जाएगी। न्यूरो फिजिशियन डॉ. राकेश लाला, आर्थोपेडिक में डॉ. अशोक दुसेजा, स्किन स्पेशलिस्ट डॉ. रामनानी (जिनके माध्यम से 35 एम आर की टीम भी आई थी) आदि डॉक्टर यहां पर आए थे। 20 अप्रैल से एक जून के बीच इस कैंप का आयोजन किया गया है जिसका उद्देश्य गरीबों व जरूरतमंदों और खास कर ऐसे बुजुर्ग जो मुंबई तक जाने में अक्षम है उन्हें इस कैंप से लाभ मिल सके। 



धनगुरु नानक शाह चैरिटेबल क्लीनिक (दवाओं का लंगर) के माध्यम से दैनिक रूप से एक अस्पताल चलाया जाता है जहां पर प्रतिदिन लगभग 200 मरीजों की ओपीडी होती है और मुफ्त दवाइयां दी जाती है। वहीं जरूरतमंदों को कम मूल्य पर ऑपरेशन, चिकित्सा उपलब्ध हो इसके लिए भी दोनों भाई साहब त्रिलोकचंद मेहरबान सिंह व जसकीरत मेहरबान सिंह हमेशा तत्पर रहते हैं। डॉ. हिना चाचैया, डॉ.इशिका, डॉ. राज  ईशरानी, डॉ. भारती मूलचंदानी, डॉ. अश्विनी शेट्टी, डॉ. बलवीर (फिजियो) व हनी अचारा द्वारा इस ट्रस्ट के अस्पताल में नियमित रूप से मरीजों की देखरेख की जाती है। 

कैंप के दौरान अपना इलाज कराने आई एक वृद्धा ने बताया कि उसे कमर में पिछले कई वर्ष से समस्या थी, उन्हें डॉक्टरों द्वारा व्यायाम बताया गया और कमर का पट्टा व दवाएं भी दी गई हैं। वहीं त्वचा रोग से जूझ रही कोमल शाह ने बताया कि उन्हें लगभग पांच हजार की दवाएं यहां से मुफ्त मिली हैं और नामी स्किन स्पेशलिस्ट के नाम पर वह यहां पर आई थीं। बाबू जगयासी जो कई वर्षों से क्लिनिक में आते हैं उन्होंने कहा कि यह क्लीनिक जहां गरीबों के लिए एक वरदान है वही सर्व सुलभ लोग भी अच्छे डॉक्टरों की वजह से यहां पर आते हैं और तमाम लोग अपनी श्रद्धा से दान पेटी में दान करते हैं। ज्यादातर लोग इस क्लिनिक के डॉक्टरों व दोनों भाई साहब के प्रति अपने आदर को प्रकट करते हैं।

जल्द ही चैरिटेबल क्लिनिक के द्वारा दांत के अस्पताल का उद्घाटन होने वाला है जिसका सेट अप लगभग पूर्ण हो चुका है।


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