गजब है भिवंडी ! मरम्मत हेतु वर्षो से इतजार कर रहा है गोपाल नगर का यह नाला

पुलिया का निर्माण तो हुआ लेकिन टूटे नाले की मरम्मत नहीं

भिवंडी।  भिवंडी नि.शहर महानगर पालिका मुख्यालय इमारत के महज 50 मीटर दूर कल्याण नाका,गोपाल नगर का यह नाला पालिका अधिकारियों की वर्षो से राह जोह रहा है। हालांकि सीमेंट कंक्रीट सड़क निर्माण के दरमियान पुलिया का निर्माण कराया गया लेकिन पुलिया से जुड़ने वाले इस नाले की‌ मरम्मत नहीं की गई। स्थानिकों ने पालिका प्रशासन से कई बार इस खुले नाले की मरम्मत कराने की मांग कर चुके है। इसके बावजूद प्रशासन ने इस तरफ ध्यान नहीं दिया। नाले की सफाई ना होने से पुलिया के पास सीवर का गंदा पानी जमा रहता है। जिसकी दुर्गंध से स्थानीय दुकानदार व राहगीर परेशान है। गत दिनों इसी टूटे नाले के पास सार्वजनिक गणेशात्सव भी मनाया गया और गणपति बप्पा की मूर्ति भी स्थापित कर 10 दिनों तक पूर्जा अर्चना की गई। इसके बावजूद इस खंडहर व टूटे हुए नाले की मरम्मत प्रशासन ने नही कराया।

गौरतलब हो कि कल्याण नाका ट्रैफिक आफिस,गोपाल नाका नुक्कड़ पर पुलिया के पास नाला टूटने के कारण कई वर्षो से खुला पड़ा है। इस नाले से बारिश के समय कल्याण नाका पर बाढ़ जैसी स्थिति पैदा होती रही है। सीमेंट कंक्रीट सड़क निर्माण के दरमियान यहां तो पुलिया का निर्माण कर दिया गया। किन्तु पुलिया को जोड़ने वाला यह नाला आज भी खुला है। स्थानिकों ने आरोप लगाया है कि पुलिया का निर्माण घटिया कराया गया है। जिसके कारण  पानी की समुचित निकासी नहीं हो पाती है। तत्पश्चात सीवर का गंदा पानी जमा रहता है। इस सीवर के पानी में मलेरिया डेगू के मच्छर पैदा हो रहे है। शाम होते ही मच्छरों के हमले तेज हो जाते हैं।  नाले में जमा पानी से दुर्गंध इतनी निकलती है कि राहगीर नाक पर रूमाल रखकर रास्ता पार कर रहे है। सुत्रों की‌ माने तो पुलिया व नाला मरम्मत के नाम पर करोड़ों रूपये की निधि पास हुई थी। किन्तु संबंधित इंजिनियर ने ठेकेदार से सांठगाठ ठेके की आधी रकम डकार गऐ।जिसके कारण टूटे नाले का काम अभी भी अधूरा पड़ा है। स्थानीय निवासियों ने बताया कि पुलिया का निर्माण कार्य घटिया होने के कारण पुलिया के नीचे से पानी पास होता नहीं है और पानी पुलिया के पास टूटे नाले में जमा रहता है। प्रत्येक वर्ष इसी नाले के कारण कल्याण नाका पर दो से तीन फुट तक पानी भर जाता है। जिसके कारण कारण यातायात बाधित होता रहा है।गोपाल नगर कोऑपरेटिव बैंक के पास कई महीनों से नाले का चेंबर टूटा है। पालिका के सफाई कर्मचारियों ने इस टूटे चेंबर में कचरे का डिब्बा (डस्टबिन) डाल कर राहगिरों को गड्ढा होने की चेतावनी दी है। लोग भी सड़क के बीच इसे डस्टबिन में कचरा डालन शुरू किया है।

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