
भिवंडी में UPSC-MPSC अध्ययन केंद्र का भूमि पूजन
- महेंद्र कुमार (गुडडू), ब्यूरो चीफ भिवंडी
- Oct 14, 2024
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भिवंडी। भिवंडी यंत्रमाग उद्योग नगरी के रूप में जानी जाती है, अब एक सुसंस्कृत शहर के रूप में अपनी पहचान बनाने की दिशा में एक और कदम बढ़ा रही है। शहर में UPSC और MPSC की तैयारी के लिए एक अध्ययन केंद्र की स्थापना की गई है, जिसका भूमि पूजन समारोह कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। भिवंडी महानगरपालिका के आयुक्त अजय वैद्य ने इस केंद्र को शहर के लिए गौरव का प्रतीक बताते हुए कहा कि इससे यहां के छात्रों को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में सहायता मिलेगी।
यह इमारत अगले छह महीनों में तैयार हो जाएगी। जिससे गरीब और मेधावी छात्रों को लाभ मिलेगा। एडवोकेट निरंजन डावखरे ने संतोष शेट्टी की सराहना करते हुए कहा कि उनके निरंतर प्रयासों से यह परियोजना साकार हो रही है। उन्होंने सुझाव दिया कि केंद्र सरकार द्वारा मराठी भाषा को अभिजात भाषा का दर्जा दिए जाने के उपलक्ष्य में इस केंद्र में मराठी और पाली भाषा के अध्ययन के लिए एक विशेष केंद्र स्थापित किया जाए।
संतोष शेट्टी ने अपने भाषण में बताया कि भिवंडी में छात्रों के लिए वाचनालय तो है।लेकिन प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए मार्गदर्शन देने वाली कोई अध्ययनिका नहीं थी। इस आवश्यकता को समझते हुए,उन्होंने इस परियोजना का प्रस्ताव महानगरपालिका के सामने रखा, पालिका प्रशासन ने इस प्रस्ताव को शासन के पास वर्ग किया था। जिसे सार्वजनिक बांधकाम मंत्री रविन्द्र चव्हाण ने इसे तुरंत शासन स्तर पर स्वीकृत कर दिया गया और निधि की मंजूरी दी। जिसके कारण आज अध्ययन केंद्र का सपना साकार हुआ है। कार्यक्रम का संचालन जनसंपर्क अधिकारी मिलिंद पलसुले ने किया और अंत में आभार व्यक्त किया।
यह अध्ययन केंद्र लोकशाहीर अण्णाभाऊ साठे नागरी वस्ती सुधार योजना के तहत संतोष एम.शेट्टी की पहल पर वॉटर वर्क्स निवासी क्षेत्र में बनाया जा रहा है। इस अवसर पर विधान परिषद सदस्य एडवोकेट निरंजन डावखरे,विधायक महेश चौघुले,अतिरिक्त आयुक्त विट्ठल डाके, देवीदास पवार,उपायुक्त शैलेश दोंदे,भाजपा शहर अध्यक्ष एडवोकेट हर्षल पाटिल, आर.पी.शहर अध्यक्ष महेन्द्र गायकवाड़, पूर्व सभागृह नेता विकास निकम, शहर अभियंता सचिन नाईक और अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे।
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