धनतेरस पर सजा मां अन्नपूर्णा का दरबार, भक्तों पर बरसाया आशीर्वाद और खजाना

Reporter_Rinku gupta

वाराणसी। काशी नगरी में स्थित प्राचीन अन्नपूर्णा मंदिर में धनतेरस के शुभ अवसर पर मां अन्नपूर्णा के स्वर्णमयी दरबार का भव्य श्रृंगार किया गया। सुबह भोर से ही भक्तों का तांता लगा हुआ है, जो माता के दिव्य दर्शन करने के लिए कतारों में खड़े हैं। भक्तजन मां की जय-जयकार करते हुए अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं। 

मंदिर के महंत शंकरपुरी के अनुसार, सुबह साढ़े तीन बजे मंदिर का पट खुला और माता अन्नपूर्णा, माता लक्ष्मी, भूमि जी और महादेव की पूजा-अर्चना के बाद खजाने की पूजा की गई। इसके पश्चात महाआरती कर मंदिर को आम भक्तों के दर्शनार्थ खोला गया। भक्तजन यहां से खजाना लेकर जाते हैं, जिसमें सिक्के और लावा शामिल होते हैं। मान्यता है कि इस खजाने को घर में रखने से परिवार में धन-धान्य की वृद्धि होती है और समस्याओं का निवारण होता है। 

काशी का यह मंदिर अपनी विशेषता के लिए प्रसिद्ध है क्योंकि यह भारत का एकमात्र ऐसा मंदिर है जहां भक्तों को खजाना बांटा जाता है। देश के विभिन्न राज्यों से भक्तजन यहां पहुंचे हैं, साथ ही विदेशों से भी प्रवासी भारतीय और विदेशी श्रद्धालु माता अन्नपूर्णा के दिव्य दर्शन कर पुण्य लाभ ले रहे हैं। 

महंत शंकरपुरी ने बताया कि माता अन्नपूर्णा की स्वर्णमयी प्रतिमा हजारों साल पुरानी है और इसकी एक झलक मात्र से व्यक्ति के जीवन का कल्याण होता है। श्रद्धालुओं के अनुसार, मां अन्नपूर्णा का आशीर्वाद प्राप्त करने से उनके जीवन में सुख-समृद्धि और शांति बनी रहती है।

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