छठ को लेकर भीड़ ठसमठस, हर साल वही तस्वीर, सवाल- टॉयलेट में कब तक करेंगे सफर

जिला ब्यूरो चीफ अंकित कुमार की रिपोर्ट 

शिवहर---- दिवाली और छठ के समय हमेशा की तरह इस बार भी बाहर से बिहार आने वाली ट्रेनों में यात्रियों की खचाखच भीड़ दिख रही है. भीड़ का आलम ऐसा है कि यात्री टॉयलेट के गेट तक बैठकर यात्रा करने को मजबूर हैं.

सामान खिड़की के बाहर, खुद अंदर यही नहीं काफी संख्या में यात्री ट्रेन की गेट पर लटककर जान जोखिम में डालकर यात्रा करने को विवश हैं. कई यात्री ऐसे भी नजर आ रहे हैं जो अपने सामान को ट्रेन के बाहर खिड़की से बांधकर रखे हुए हैं, क्योंकि ट्रेन में लगेज रखने की जगह नहीं है.

शौचालय में आठ यात्री बैठे हुए हैं, बिहार जाना है, सीट नहीं मिली, ये लोग क्या करेंगे. किसी को शौचालय लगेगा तो वो क्या करेगा, बताईये आप लोग.''- छठ पूजा पर बिहार आने वाले यात्री

जनरल से लेकर स्लीपर तक के हाल खराब भीड़ का आलम यह है कि ट्रेन के एक छोर पर बैठे व्यक्ति को यदि दूसरे छोर पर जानी है तो जा नहीं पा रहे हैं. यह हालत जनरल बोगी की है. स्लीपर में भी बहुत अच्छी स्थिति नहीं है. मतलब हर जगह भीड़ ठसमठस है.

सीतामढ़ी स्टेशन पर ज़ब हमारी बातचीत यात्रियों से होती तो लोगो का कहना है,महीनों पहले स्लीपर का टिकट कटाया था. टिकट कंफर्म नहीं हुआ जिसके कारण गेट पर लटक कर यात्रा कर रहे हैं.*

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