134 भिवंडी ग्रामीण: सात उम्मीदवारों के बीच कांटे की टक्कर, चुनावी मुकाबला बना दिलचस्प

भिवंडी। भिवंडी ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र (134) में चुनावी जंग बेहद रोमांचक मोड़ पर पहुंच चुकी है। नामांकन वापसी की समय सीमा समाप्त होते ही चुनावी तस्वीर साफ हो गई है। कुल चार उम्मीदवार—किशोर काशीनाथ पवार, चंद्रकांत पदु जाधव,दशरथ दुंदाराम पाटिल और प्रकाश विठ्ठल तेलिवरे—ने अपना नामांकन वापस ले लिया है। अब मैदान में सात मजबूत प्रत्याशी पूरी ताकत से डटे हुए है और इस बार का चुनावी संघर्ष बहुत ही दिलचस्प होने वाला है।

मुख्य दावेदारों में हैं:::::

1. महाविकास आघाड़ी शिवसेना (UBT): महादेव आबों घाटाल।

2. महायुति (शिवसेना शिंदे गुट): शांताराम‌ तुकाराम मोरे।

3. मनसे: श्रीमति वनिता शशिकांत कथोरे।

4. वंचित बहुजन आघाड़ी: प्रदीप दयानंद हरणे।

5. आरएमपीआई: विष्णु काकड्या पाडवी।

6. निर्दलीय: स्नेहा देवेंद्र पाटिल।

7. निर्दलीय: श्रीमति मनीषा रोहिदास ठाकरे।

इस चुनाव में महादेव आबों घाटाल और शांताराम तुकाराम मोरे के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिल सकता है। महादेव आबों घाटाल महाविकास आघाड़ी के समर्थन से जनता का विश्वास जीतने की कोशिश कर रहे है,जबकि शांताराम मोरे शिवसेना (शिंदे गुट) के गढ़ को मजबूत बनाए रखने के लिए प्रयासरत है।

मनसे की श्रीमति वनिता शशिकांत कथोरे भी मजबूती से चुनावी मैदान में डटी हुई हैं और उनके समर्थकों में खासा उत्साह देखा जा रहा है। दूसरी ओर, वंचित बहुजन आघाड़ी के प्रदीप दयानंद हरणे भी अपनी उपस्थिति को प्रभावी बनाने में जुटे है,जबकि आरएमपीआई के विष्णु काकड्या पाडवी जनता के बीच अपनी अलग पहचान बनाने का प्रयास कर रहे है।

इस चुनावी तस्वीर को और भी पेचीदा बना दिया है निर्दलीय उम्मीदवार स्नेहा देवेंद्र पाटिल की बगावत ने। भाजपा से बगावत कर मैदान में उतरी स्नेहा पाटिल के कारण शांताराम मोरे को कड़ी चुनौती मिल सकती है। ऐसे में स्नेहा पाटिल का प्रभाव महायुति शिवसेना (शिंदे गुट) के लिए मुश्किलें खड़ी कर सकता है। श्रीमति मनीषा रोहिदास ठाकरे भी निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर अपना अभियान तेजी से चला रही है जिससे चुनाव में नया मोड़ आ सकता है।

राजनीतिक दलों ने अपनी रणनीतियों को धार देना शुरू कर दिया है। हर प्रत्याशी मतदाताओं को लुभाने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगा रहा है। भिवंडी ग्रामीण की जनता इस बार के तीखे और रोचक मुकाबले का बेसब्री से इंतजार कर रही है। अब देखना होगा कि कौन इस चुनावी जंग में जीत का परचम लहराएगा।

रिपोर्टर

संबंधित पोस्ट