अनिश्चितकालीन धरना में स्थानीय सांसद के विरोध में पास किया गया निंदा प्रस्ताव किया संसद का किया जाएगा पुतला दहन

कैमूर-- जिला के चांद प्रखंड अंतर्गत मसोई धरना स्थल से1 करोड़ 28 लाख रुपए प्रति एकड़ कृषि भूमि की मुआवजा की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन धरना पर बैठे किसानों ने स्थानीय सांसद मनोज कुमार के विरोध में निंदा प्रस्ताव पारित किया। किसानों ने कहा विगत लोकसभा चुनाव में सांसद ने कैमूर के किसानों से वादा किया था चुनाव जितने के बाद लोकसभा सत्र में किसानों के उचित मुआवजा का मामला पार्लियामेंट में उठाउंगा। सांसद ने एक साल बित जाने के बाद भी किसानों की मुआवजा संबंधित सवाल संसद में नहीं उठाया। भारत माला परियोजना बनारस रांची टु कोलकाता एक्सप्रेस-वे निर्माण कार्य के लिए अधिकृत पीएनसी इंफ्राटेक लिमिटेड कंपनी के बेस कैंप स्थल मसोई में किसानों शनिवार को 180 वां दिन अनिश्चितकालीन धरना जारी रखा। धरना में शामिल दर्जनों किसानों ने भूपेंद्र सिंह की अध्यक्षता में सांसद मनोज कुमार के विरोध में दो प्रस्ताव पारित किया। 1- अनिश्चितकालीन धरना में शामिल दर्जनों किसानों ने वादाखिलाफी के लिए सांसद मनोज कुमार के विरोध में निंदा प्रस्ताव पारित किया। प्रस्ताव संख्या दो में किसानों ने सांसद मनोज कुमार को चेतावनी दी अगर लोकसभा के चालू सत्र में कैमूर के किसानों की मुआवजा संबंधित सवाल नहीं उठाया तो किसान जिला मुख्यालय में पुतला दहन करेंगे। धरना में गोंई सहबाजपुर जिगिना सिहोरिया कुसहा मोरवा गेंहुआ मसोई कुरई गांव के दर्जनों किसानों ने सांसद के आचरण पर असंतोष जाहिर किया। किसानों ने कहा किसानों के उचित मुआवजा की लड़ाई में साथ नहीं देने वाले नेताओं का विधानसभा चुनाव में विरोध किया जाएगा। किसानों ने कहा ढाई साल से अधिक लगातार चले किसान आंदोलन की अनदेखी कर अपनी विश्वसनीयता बिहार सरकार ने खत्म कर दिया है। पशुपति नाथ सिंह महासचिव किसान संघर्ष मोर्चा कैमूर ने कहा लोकतांत्रिक व्यवस्था में किसानों के वाजिब हक की अनदेखी करना बिहार सरकार की विफलता है। उन्होंने ने सांसद मनोज कुमार को पार्लियामेंट में कई बार मौका मिलने के बाद भी कैमूर आंदोलन एवं किसानों की उचित मुआवजा की मांग को नहीं उठाना निंदनीय है। उन्होंने ने कहा सांसद ने लोकसभा चुनाव में किसानों से अपने स्वयं पैड पर लिखित आश्वासन दिया था सांसद बनने पर किसानों की मुआवजा की मांग पार्लियामेंट में उठाउंगा। भारत माला परियोजना बनारस रांची टु कोलकाता एक्सप्रेस-वे निर्माण के लिए कैमूर के किसानों की संख्या 1060है। भारत माला परियोजना के लिए अधिग्रहित भूमि में किसानों को बहुत कम मुआवजा दिया जा रहा है। किसानों ने 1 करोड़ 28 लाख रुपए प्रति एकड़ कृषि भूमि की मुआवजा देने की मांग को लेकर किसान पिछले ढाई साल से लगातार आंदोलन कर रहे हैं। धरना में लाला सिंह वकील सिंह मुन्ना कुमार रामजी सिंह काशीनाथ त्रिवेदी राजू राम पतियार राम राजेश पासवान आदि किसान शामिल हुए।

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