पदभार संभालते ही एक्शन मोड में नए डीएम नितिन कुमार

ऑन स्पॉट' निरीक्षण, धान खरीद में सुस्ती देख BCO को शो-कॉज, अधिकारियों में हड़कंप

जिला संवाददाता संदीप कुमार की रिपोर्ट 

कैमूर-  जिला के नवपदस्थापित जिला पदाधिकारी नितिन कुमार सिंह ने कुर्सी संभालते ही अपने कड़े तेवर दिखा दिए हैं। पदभार ग्रहण करने के अगले ही दिन डीएम ‘एक्शन मोड’ में नजर आए और भगवानपुर प्रखंड व अंचल कार्यालय का औचक निरीक्षण करने पहुंच गए। डीएम के इस औचक दौरे से प्रखंड कर्मियों और अधिकारियों में हड़कंप मच गया। निरीक्षण के दौरान डीएम ने स्पष्ट कर दिया कि विकास कार्यों और जनहित की योजनाओं में किसी भी तरह की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। धान अधिप्राप्ति की समीक्षा के दौरान आंकड़े देखते ही जिलाधिकारी का पारा चढ़ गया। लक्ष्य के मुकाबले अब तक महज 1700 एमटी धान की खरीद की बात सामने आने पर उन्होंने कड़ी नाराजगी जाहिर की। डीएम ने मौके पर ही प्रखंड सहकारिता पदाधिकारी (BCO) को जमकर फटकार लगाई और उनसे स्पष्टीकरण (Show Cause) की मांग की। डीएम ने दो टूक कहा कि किसानों को उपज बेचने में परेशानी हुई तो संबंधित अधिकारी नपेंगे। निरीक्षण के लिए जाते समय डीएम की नजर भभुआ-भगवानपुर से कसेर जाने वाली सड़क की बदहाली पर पड़ी। सड़क की खस्ता हालत देख उन्होंने ग्रामीण कार्य विभाग (RWD) के कार्यपालक अभियंता को तत्काल तलब किया और सड़क को युद्धस्तर पर दुरुस्त करने का निर्देश दिया। वहीं, नल-जल योजना से वंचित टोलों में पानी न पहुंचने की शिकायत पर पीएचईडी (PHED) के कार्यपालक अभियंता को सख्त निर्देश दिया कि वे खुद फील्ड में जाएं और हर घर तक पानी पहुंचाना सुनिश्चित करें। अंचल कार्यालय में फाइलों का अंबार देख डीएम ने राजस्व कर्मियों को सख्त हिदायत दी। उन्होंने दाखिल-खारिज और सरकारी जमीन से जुड़े मामलों को समय सीमा के भीतर निपटाने का आदेश दिया। साथ ही निर्देश दिया कि हर शनिवार को थाने में लगने वाले जनता दरबार में भूमि विवादों को प्राथमिकता पर सुलझाया जाए। इसके अलावा, वृद्धावस्था पेंशन के लिए भटक रहे बुजुर्गों के लिए डीएम ने मानवीय पहल की। उन्होंने बीडीओ को निर्देश दिया कि बुजुर्गों को कार्यालय के चक्कर न लगवाएं, बल्कि कैंप लगाकर मौके पर ही उनका जीवन प्रमाणीकरण (Life Certificate) करें।

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