सड़क किनारे मिले अनाथ बचे को कब्जे में लेने गयी पुलिस के साथ ग्रामीणों में मारपीट

वेद प्रकाश शुक्ल ....

भदोही । कोईरौना थाना क्षेत्र के बनकट (चकिया) गांव में शुक्रवार को दोपहर 12 बजे न्यायालय बाल कल्याण समिति के आदेश पर पुलिस पहुंची। इस दौरान साल भर पहले सड़क किनारे मिले अनाथ बचे को कब्जे में लिया गया। जिसके बाद ग्रामीण उग्र हो गए और पुलिस संग मारपीट, गाड़ियों के शीशे तोड़ दिये और टायर पंक्चर कर दिये। सूचना पर गोपीगंज, ऊंज व कोईरौना थाने की पुलिस, क्राइम ब्रांच, महिला पुलिस व भारी फोर्स के साथ सीओ ज्ञानपुर मौके पर पहुंचे। ग्रामीणों ने प्रभारी निरीक्षक कोईरौना सत्य नारायण मिश्रा का बिल्ला नोच लिया। सीतामढ़ी चौकी इंचार्ज विनोद तिवारी पर गोबर फेंके। महिला थाना प्रभारी सरोजमा सिंह के साथ महिलाओं ने धक्का मुक्की की साढ़े तीन घंटे गांव में अफरा-तफरी का माहौल रहा। सीओ ने किसी तरह लोगों को समझाकर शांत किया। थाने पहुंचे एएसपी डा. संजय कुमार की मौजूदगी में बालक भीम को इलाहाबाद अनाथालय भेजा गया।

पिछले साल पांच जून की अल सुबह एक नवजात बच्चा जंगीगंज-धनतुलसी मार्ग किनारे मिला था। दर्जनों की तादात में जुटे ग्रामीणों के सामने कोईरौना थाना क्षेत्र के बनकट (चकिया) गांव निवासी राम बहादुर सरोज ने बच्चे को अपना लिया। पांच बेटियों के बाद एक बेटा मिलने से पति व पत्नी बहुत खुश थे। इसी बीच, समाचार पत्रों में बच्चा मिलने की खबर छपने के बाद न्यायालय बाल कल्याण समिति भदोही ने संज्ञान लिया और बच्चे को कोर्ट में हाजिर करने का आदेश राम बहादुर को दिया। लेकिन वह लगातार अवहेलना करता रहा।

कोर्ट के आदेश पर शुक्रवार को दिन में करीब 12 बजे सीतामढ़ी चौकी इंचार्ज फोर्स के साथ बच्चे को लेने गांव पहुंचे और बाइक से बच्चे को लेकर थाने चले आए। इसी बीच वहां जुटे लोगों ने उनके साथ गई पुलिस टीम के वाहन को रोक लिया और बच्चे को वापस करने की जिद करने लगे। देखते ही देखते वहां काफी तादात में ग्रामीण एकत्रित हो गए और पुलिस के साथ दुर्व्यवहार शुरू हो गया। पुलिस टीम को ग्रामीणों से घिरा होने की जानकारी पर ज्ञानपुर सीओ वीके सिंह, गोपीगंज प्रभारी निरीक्षक सुनील कुमार वर्मा, ऊंज प्रभारी विवेक उपाध्याय, महिला व कोईरौना थाने की पुलिस के साथ ही क्राइम ब्रांच व आधा दर्जन यूपी-100 की पुलिस मौके पर पहुंची। घंटों ग्रामीणों व पुलिस टीम के बीच नोकझोंक और रस्साकसी चलती रही। सीओ के समझाने पर साढ़े तीन बजे ग्रामीण शांत हुए। 

रिपोर्टर

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