
शिक्षा का मंदिर बना कचरा गाड़ियों का अड्डा, बच्चों के स्वास्थ्य पर मंडरा रहा खतरा
- महेंद्र कुमार (गुडडू), ब्यूरो चीफ भिवंडी
- Sep 26, 2025
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भिवंडी। भिवंडी शहर में आए दिन अजीबोगरीब कारनामे सामने आते रहते हैं। इसी कड़ी में अब नगर पालिका प्रशासन की लापरवाही एक बार फिर चर्चा का विषय बनी हुई है। शिक्षा का मंदिर कहे जाने वाले स्कूलों का खेल मैदान इन दिनों कचरा ढुलाई करने वाले वाहनों की पार्किंग में तब्दील हो गया है।
गौरतलब हो कि नगर पालिका स्कूल क्रमांक 23, 59, 61 (तेलुगु माध्यम), 36 (हिन्दी माध्यम) और 55 (मराठी माध्यम) पद्मानगर स्कूल के प्ले ग्राउंड पर निजी ठेकेदार के कचरा ढुलाई वाहन खुलेआम खड़े किए जाते हैं। यही नहीं, इन गाड़ियों से उठने वाली दुर्गंध के बीच पहली से सातवीं कक्षा तक के मासूम बच्चे खेलते और पढ़ाई करते हैं,स्थानीय लोगों का कहना है कि इन गाड़ियों से फैलने वाली गंध न केवल बच्चों के स्वास्थ्य के लिए खतरा है, बल्कि यहां पढ़ाने वाले अध्यापकों के लिए भी गंभीर समस्या बन चुकी है। इसके बावजूद नगर पालिका प्रशासन इस मामले को लेकर पूरी तरह मौन है। गौर करने वाली बात यह है कि इसी स्कूल के प्ले ग्राउंड पर प्रभाग समिति क्रमांक तीन का सहायक आयुक्त कार्यालय भी स्थित है। कार्यालय के नजदीक होने के बावजूद संबंधित ठेकेदार पर किसी तरह की कार्रवाई नहीं की गई है। शहरवासियों और अभिभावकों का कहना है कि शिक्षा का माहौल दूषित करने वाली इस व्यवस्था पर तत्काल रोक लगनी चाहिए। सवाल यह है कि क्या नगर पालिका बच्चों की सेहत और उनके भविष्य से यूं ही खिलवाड़ करती रहेगी, या फिर इस समस्या का कोई ठोस समाधान निकालकर शिक्षा के मंदिर को उसकी असली पहचान वापस दिलाई जाएगी।
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