पीएम मोदी ने एनडीए प्रत्याशियों की पक्ष में चुनावी जनसभा को किया संबोधित, विपक्ष पर किया शब्दों की तीखा प्रहार

पीएम मोदी का 'जंगलराज' पर सीधा प्रहार, कहा- सवाल पूछने पर मिलेगा 'छाती में छह गोली' का जवाब

जिला संवाददाता संदीप कुमार की रिपोर्ट 

कैमूर-- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को भभुआं के सरदार वल्लभभाई पटेल कॉलेज में एक चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए विपक्ष, विशेषकर राष्ट्रीय जनता दल (राजद) पर तीखा हमला बोला। उन्होंने राजद के कथित चुनावी गानों का जिक्र करते हुए आरोप लगाया कि अगर विपक्ष सत्ता में आया तो बिहार में अपहरण, रंगदारी और हिंसा का पुराना दौर लौट आएगा।मां मुंडेश्वरी की पावन भूमि को नमन करते हुए और स्थानीय भाषा में लोगों का अभिनंदन करते हुए प्रधानमंत्री ने अपने भाषण की शुरुआत की। उन्होंने कहा कि पहले चरण के मतदान के बाद ही राजद-कांग्रेस के "गुब्बारे की हवा निकल गई है" और अब उनकी सारी योजनाएं विफल हो गई हैं।

'भैया की सरकार' और 'रंगदारी' का आरोप

प्रधानमन्त्री मोदी ने राजद पर निशाना साधते हुए उनके कथित वायरल हो रहे चुनावी गानों का हवाला दिया। उन्होंने कहा, "राजद वालों का एक गाना है- 'आएगी भैया की सरकार, बनेंगे रंगदार'।" उन्होंने जनता से सवाल किया कि क्या वे अपहरण और रंगदारी का पुराना गोरखधंधा फिर से शुरू होते देखना चाहते हैं। उन्होंने दावा किया कि ये लोग रोजगार नहीं, बल्कि रंगदारी वसूलेंगे।

'कट्टा सटा के उठा लेब' और 'छह गोली छाती में' का जिक्र

अपने हमले को और तेज करते हुए पीएम मोदी ने एक और कथित गाने का जिक्र किया, "भैया के आबेदे सत्ता, कट्टा सटा के उठा लेब घरवा से।" उन्होंने कहा कि इससे पता चलता है कि 'जंगलराज वाले' सत्ता में वापसी के लिए क्यों बेचैन हैं। उनका मकसद जनता की सेवा करना नहीं, बल्कि उन्हें कट्टा दिखाकर लूटना और घर से उठवा लेना है।

प्रधानमंत्री ने एक तीसरे कथित गाने का उल्लेख करते हुए कहा, "उनका एक और गाना चल रहा है- 'मारब सिक्सर के छह गोली छाती में'।" उन्होंने इसे जंगलराज की आहट बताते हुए कहा कि यह विपक्ष का असली प्लान है और उनसे सवाल पूछने वाले को यही जवाब मिलेगा। उन्होंने इसे बहनों-बेटियों, गरीबों, दलितों और पिछड़ों को डराने और भय पैदा करने का खेल बताया।

डालमिया नगर का उदाहरण देकर साधा निशाना

पीएम मोदी ने रोहतास के डालमिया नगर का उदाहरण देते हुए कहा कि जंगलराज ने फिरौती, रंगदारी, हत्या और अपहरण के जरिए बिहार के विकास की हर संभावना की "भ्रूण हत्या" कर दी थी। उन्होंने कहा कि एक फलता-फूलता औद्योगिक नगर जंगलराज की वजह से तबाह हो गया। इसी तरह, उन्होंने कहा कि माओवादी आतंक के कारण कैमूर की पर्यटन क्षमता का कभी विकास नहीं हो सका, लेकिन नीतीश जी की सरकार ने इस क्षेत्र को उस भयानक स्थिति से बाहर निकाला है।

उन्होंने कहा कि आज कर्कटगढ़ वॉटरफॉल जैसे स्थानों पर पर्यटकों की रौनक है और नक्सलवाद दम तोड़ रहा है। उन्होंने निवेशकों को आगाह करते हुए कहा कि वे लालटेन, पंजे और लाल झंडे की तस्वीर देखकर ही दरवाजे से लौट जाएंगे, इसलिए बिहार को जंगलराज से दूर रखना जरूरी है।

कांग्रेस-राजद गठबंधन पर तंज

प्रधानमंत्री ने कांग्रेस और राजद के गठबंधन को "टूटी हुई दीवार" बताया, जिस पर कितना भी पलस्तर कर लिया जाए, खाई गहरी होती जा रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के 'नामदार' अपनी रैलियों में पटना के 'नामदार' का नाम तक नहीं ले रहे हैं, जो उनके बीच की खाई को दिखाता है।

अंत में, उन्होंने भाजपा और एनडीए के "सबको सम्मान देने" के संस्कारों का उल्लेख करते हुए कांग्रेस पर बाबा साहब अंबेडकर और बाबू जगजीवन राम जैसे नेताओं को अपमानित करने का आरोप लगाया और जनता से एक बार फिर एनडीए सरकार बनाने का आह्वान किया।

मौके पर जिला के चारों विधानसभा के प्रत्याशियों सहित एनडीए घटक दलों के जिला के प्रमुख नेतृत्व करता हूं सहित लाखों की संख्या में जनता जनार्दन उपस्थित रहे।

रिपोर्टर

संबंधित पोस्ट