भिवंडी में 70 बोगस टीचर भर्ती का खुलासा

शिकायत करने वाले शिक्षक को धमकी देकर स्कूल से निकाला


भिवंडी। भिवंडी शहर में शासन से अनुदानित स्कूलों में बोगस शिक्षकों की भारी भरकम भर्ती का गंभीर मामला सामने आया है। शहर के 11 स्कूलों में लगभग 70 अध्यापकों की अवैध नियुक्ति उजागर होने के बाद शिक्षा विभाग में हड़कंप मचा है। आरोप है कि आर्थिक लेनदेन के आधार पर इनकी नियुक्तियां की गई थीं। इसी प्रकरण की शिकायत करने के आरोप में एक शिक्षक को धमकी देकर स्कूल से बाहर निकाल दिए जाने का मामला भी सामने आया है।

निवेदन पत्र के अनुसार न्यु नेशनल उर्दू हाई स्कूल, पिरानी पाडा के सहायक शिक्षक खान मुतालिब मोहब्बत का आरोप है कि बोगस शिक्षकों की शिकायत करने के शक में उन्हें स्कूल से निष्कासित किया गया। उन्होंने पत्र के माध्यम से शासन को बताया कि स्कूल के मुख्याध्यापक मुतुर्जा मुस्तफा मोमिन, शासकीय लिपिक आयाज मुमताज अंसारी, सहायक शिक्षक साकिब अंसारी, संस्था के सचिव साकिब अंसारी और सहायक शिक्षक शाकीर निसार अहमद अंसारी ने मिलकर उन्हें स्कूल में प्रवेश करने से रोक दिया और जान से मारने की धमकी तक दी। शिक्षक खान के मुताबिक उन्हें गैरहाजिर दिखाकर वेतन रोक दिया गया है, जिससे उनके परिवार पर आर्थिक संकट गहरा गया है। उनकी सेवानिवृत्ति में डेढ़ वर्ष शेष है, इसके बावजूद उन्हें किसी प्रकार की सुरक्षा या सहायता नहीं मिल रही। उन्होंने शांतिनगर पुलिस स्टेशन, जिला शिक्षण अधिकारी, मुख्यमंत्री कार्यालय और शिक्षा मंत्री समेत कई अधिकारियों को शिकायत पत्र भेजकर कार्रवाई की मांग की है।

सूत्रों के अनुसार न्यु नेशनल उर्दू हाई स्कूल में ही पांच अध्यापकों की नियुक्ति संदिग्ध पाई गई है। इनमें से एक शिक्षक संस्था में सचिव पद पर भी कार्यरत है, जिससे वह दो पदों का लाभ ले रहा है। कई शिक्षक बिना आवश्यक शैक्षणिक योग्यता के कार्यरत पाए गए हैं। शहर के अन्य स्कूलों में भी इस तरह की अनियमितताएं सामने आने के बाद उच्च स्तरीय जांच शुरू कर दी गई है। भारतीय कम्युनिस्ट पक्ष के डॉ. कां. विजय कांबले ने मंत्रालय और शिक्षण विभाग में इन बोगस नियुक्तियों की विस्तृत शिकायत की थी,उसके बाद ही शहर में फर्जी नियुक्तियों का मामला व्यापक रूप से प्रकाश में आया।शिक्षा क्षेत्र में फैले इस बड़े भ्रष्टाचार को लेकर नागरिकों और संगठनों ने राज्य सरकार से कड़ी कार्रवाई की मांग की है। शिकायतकर्ता शिक्षक को सुरक्षा देने और फर्जी नियुक्तियों में शामिल सभी स्कूल प्रबंधकों व संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कानूनी कदम उठाने की भी मांग की जा रही है। अब पूरा शहर इस बात पर नजरें टिकाए हुए है कि शासन इस गंभीर प्रकरण में क्या सख्त कदम उठाता है।

रिपोर्टर

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