छेड़खानी करने वालों मनचलों की अब खैर नहीं, स्कूल कॉलेज और कोचिंग सेंटर के आसपास पुलिस की पैनी नजर

संवाददाता सुचित पाण्डेय की रिपोर्ट 

रामपुर (कैमूर)-- शुक्रवार को बेलांव थाना प्रभारी  परमहंस कुमार द्वारा श्री नेहरू प्लस टू उच्च विद्यालय नौहट्टा में बालिकाओं को समझाते हुए कहा कि पुलिस ने महिला सुरक्षा से किसी प्रकार का समझौता नहीं करने का संकल्प दोहराते हुए इस दिशा में काम आरंभ कर दिया है। अब थाना स्तर पर अभया ब्रिगेड की कवायद शुरू कर दी गई है। इन पर महिलाओं-युवतियों की सुरक्षा का दायित्व होगा। 

वही छेड़खानी की बढ़ती हुई घटना को देखते हुए पुलिस मुख्यालय ने संज्ञान लिया है। इसपर रोक लगाने और कार्रवाई करने के लिए थाना स्तर पर अभया ब्रिगेड का गठन किया गया है। पिछले दिनों पुलिस मुख्यालय की ओर से सभी जिलों के एसएसपी और एसपी को पत्र लिखकर इससे अवगत कराया गया था।

बता दें कि इसके आलोक में जिले के सभी थानों में इसकी कवायद की जा रही है। प्रत्येक थाना पर एक-एक अभया ब्रिगेड की तैनाती की गई है। इसमें एक महिला दारोगा के साथ एक महिला और दो पुरुष सिपाही हैं। 

आपको बताते हुए चलें कि इनकी तैनाती कालेज, स्कूल, कोचिंग संस्थान, धार्मिक स्थान, और सार्वजनिक स्थान के आसपास की गई है। इसके अलावा छेड़खानी के जितने भी हाटस्पाट हैं।

उन जगहों पर भी इनकी तैनाती की गई है। अथवा टीम लगातार भ्रमणशील रहकर निगरानी कर रही है। इसे लेकर जिले में छेड़खानी के हाटस्पाट चिह्नित किए जा रहे हैं। सभी थानों से ऐसे स्थल को चिह्नित कर वरीय पुलिस अधिकारियों ने थानाध्यक्षों से सूची मांगी है। इसी अनुसार अभया ब्रिगेड के गठन की प्रक्रिया पूरी की जाएगी।

बताया गया कि छेड़खानी की सबसे अधिक घटनाएं स्कूली छात्राओं के साथ होती है।  हाल ही में स्कूली छात्राओं के द्वारा नगर थाना में इसे लेकर प्राथमिकी भी कराई है। जिसमें बाइक सवार मनचले को आरोपित बनाया है।

उसने पुलिस को बताया कि वह स्कूल-कोचिंग से लौटती है तो आरोपित बाइक से पीछा कर छेड़खानी करते हैं। और हम लोगों का दुपट्टा तक खींचने की कोशिश करते हैं। इस घटना से हम लोग डरी सहमी और मानसिक तनाव में हैं। ऐसे कई मामले लगातार सामने आ रहे हैं, जिनसे निपटने के लिए अभया ब्रिगेड का गठन किया गया है।

 कुछ प्रमुख हाटस्पाट 

आगे बता दें कि शहरी क्षेत्र में पहले से कुछ हाटस्पाट चिह्नित हैं, जहां पर छेड़खानी की कई घटनाएं पूर्व में हो चुकी है। इसमें कोचिंग संस्थान, कॉलेज, निजी विद्यालय एवं सरकारी विद्यालय, धार्मिक स्थल, और सार्वजनिक स्थान समेत अन्य जगह हैं।

वही कैमूर पुलिस का कहना है कि शहर व ग्राम दोनों स्तर पर महिला सुरक्षा की दिशा में काम करने से महिलाओं के अंदर सुरक्षा का बोध बढ़ने की संभावना है। इससे महिलाएं अपनी पढ़ाई और कमाई का काम बेहतर ढंग से कर पाएंगी। स्वरोजगार के लिए खुद को तैयार कर पाएंगी।

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