
योगिराज में असुरक्षित महिला, दबंग प्रधान कर रहा जमीन पर कब्जा, प्रशासन मूक
- अनुरुध्द दुबे सुल्तानपुर Anurudha Dubey
- Jun 11, 2018
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न्याय के बेबस महिला बैठेगी पुलिस कप्तान कार्यालय के बाहर आमरण उपोषण पर
चार बार शिकायत करने पर भी दरोगा जी नही पहुँचे मौका देखने
* कप्तान कार्यालय ही बनता है एकमात्र सहारा
* प्रधान द्वारा पूरे परिवार को जानमाल का खतरा
कादीपुर : योगीराज में जहां एक तरफ चुस्त शासन प्रशासन का दावा किया जा रहा है वही सुल्तानपुर जिले के कादीपुर तहसील में एक अकेली महिला को ग्राम प्रधान द्वारा आये दिन तंग किया जा रहा है जीवन यापन के लिए महिला का पति मुम्बई में रहकर नौकरी करता है तथा महिला घर पर अकेली होने के कारण प्रधान द्वारा महिला की जमीन पर किसी ना किसी तरह से राजनैतिक द्वेष वश कब्जा किया जा रहा है। हैरत तो इस बात की है कि पुलिस प्रशासन भी इसमें उस ग्राम प्रधान का कार्यवाही ना करके कहीं ना कहीं समर्थन कर रहा है। महिला को यह आशा है कि जिले के पुलिस कप्तान जरूर उसकी सुध लेंगे और सुरक्षा के लिए कोई ठोस उपाय करेंगे।
सुल्तानपुर जिले के कादीपुर थाना क्षेत्र के सैदपुर गांव में एक महिला बिन्दू दुबे , ग्राम प्रधान बिनोद मिश्र उर्फ बुद्धु की दबंगई से अत्यंत पीड़ित है।ग्राम प्रधान महिला के खेत में जेसीबी द्वारा जबरन तालाब खुदवा रहे हैं जबकि वहाँ कोई तालाब दर्ज ही नहीं है।इसके अलावा ग्राम प्रधान ने जबरन उसकी आबादी में एक दूसरा रास्ता महिला का बाँस कटवाकर राजनैतिक रंजिशवश निकाल दिया है जबकि महिला ने गांव वालों के लिये एक सार्वजनिक रास्ता छोड़ रखा है। अब पुनः तीसरा रास्ता भी जबरन निकालने के लिये जानवरों के छप्पर की दीवार को अपने भाई त्रियुगीनारायण तथा एक अज्ञात व्यक्ति के साथ मिलकर जबरन उखाड़ दिया । एस पी सुल्तानपुर को फ़ोन करने के बाद फ़ोर्स आने पर सभी भाग खड़े हुए।महिला ने एस डी एम को तहरीर दी थी जिसमें लेखपाल ने अपनी रिपोर्ट में यह लिखा है कि महिला ने एक रास्ता दिया है और सभी के लिये अलग अलग रास्ता देना संभव नहीं है। इसके बाद प्रधान ने महिला की बाउंड्रीवाल पर पड़ोसी की टीन जबरन रखवा दिया। इस मामले में थानाध्यक्ष को 4 बार एप्लिकेशन दिया गया मगर हर बार मौका देखने की बात कहकर आते नहीं है ,इससे प्रधान की दबंगई और बढ़ती जा रही है। इसके पूर्व प्रधान द्वारा एक चकमार्ग जबरन नाली पर बना दिया गया जो पीड़ित महिला के खेत से सटा हुआ है जिसमें पीड़ित महिला की जमीन को जबरन इस्तेमाल किया गया। महिला का पति मनोज दुबे मुंबई में एक निजी कम्पनी में लेबर का काम करता है तथा मानसिक रूप से कम स्वस्थ है।जिसकी वजह से लोग उसको कमजोर समझकर प्रताड़ित करते रहते हैं। सबसे दुखद तो यह है कि शासन भी ऐसे मामलों को गंभीरता से नहीं लेता है और यही कभी ना कभी बड़ी वारदात का कारण बनती है।
वहीं बेबस महिला नें यह कहा है कि जब स्थानीय पुलिस के द्वारा सहायता नही की जाएगी तो मजबूरन उसे पुलिस कप्तान कार्यालय के बाहर न्याय पाने के लिए सपरिवार आमरण उपोषण पर बैठना पड़ेगा, उसने यह भी कहा है कि दबंग ग्राम प्रधान से उसके पूरे परिवार को जानमाल का खतरा है।
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