गठबंधन ने पीएम के खिलाफ भरी हुंकार, माया बोलीं- 23 मई से शुरू होंगे गुरु-चेले के बुरे दिन

वाराणसी :पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र में सपा-बसपा-रालोद की विशाल रैली गुरुवार को हुई। नरेंद्र मोदी के गढ़ में आ कर अखिलेश-मायावती के साथ अजीत सिंह ने भी हुंकार भरी। कांग्रेस छोड़ कर सपा में आईं शालिनी यादव के पक्ष में तीनों दलों के मुखिया ने वोट मांगा।वाराणसी के सीर गोवर्धन में सपा बसपा रालोद की रैली में गठबंधन के नेताओं ने विपक्षियों पर जमकर निशाना साधा। बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा कि मां गंगा से किया वादा भी पूरा नहीं कर पाई भाजपा। इस बार मां गंगा सजा देंगी, पिछली बार जो आशीर्वाद मां गंगा ने दिया था, इस बार वापस ले लेंगी। अंग्रेजों के जाने के बाद भी दोनों सरकारों ने देश की गरीबी दूर नहीं की।
2014 में किए गए चुनावी वादे तक पूरे नहीं हुए। भाजपा पूंजीपतियों और धनवानों को मालामाल करने की चौकीदारी करने में लगी है। नोटबंदी और जीएसटी से भ्रष्टाचार बढ़ा है। हमारी सरकार आने पर सरकारी और गैर सरकारी क्षेत्रों में स्थाई रोजगार दिया जाएगा। भाजपा इन दिनों चिंतित है। ये बात भाजपा नेताओं के मुरझाए चेहरे से पता चलता है कि गुरु-चेले के 23 मई से बुरे दिन शुरू होंगे।मायावती ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जन्मजात पिछड़े नहीं है राजनीतिक लाभ के लिए अपनी सरकार में गुजरात में अपनी जाति को पिछड़ी जाति में शामिल करवा दिया। वह कागजी और फर्जी पिछड़े वर्ग के बने हैं। जो अपनी पत्नी का नहीं हुआ वह दूसरों का क्या होगा।
मायावती ने ममता बनर्जी का पक्ष लेते हुए कहा कि बंगाल की मुख्यमंत्री को भी परेशान करके रखा है। हमारे गठबंधन को महामिलावटी कहते हैं, जबकि हमारा गठबंधन सामाजिक महापरिवर्तन का है।
अखिलेश यादव ने कहा कि सात दिन बचे हैं। देश को नया प्रधानमंत्री मिलने जा रहा है। इस बार धोखे वाली सरकार नहीं बनेगी काशी को क्योटो बनाने का सपना दिखाने वाले आप की सांस्कृतिक विरासत से छेड़छाड़ कर रहे हैं। हमें बुलेट ट्रेन नहीं सैनिकों बुलेट प्रूफ जैकेट चाहिए। हमने बनारस के 24 घंटे बिजली दी है।
बता दें कि एक बुजुर्ग विधायक धरने पर बैठे थे और उनकी मांग थी कि बनारस को 24 घंटे बिजली दी जाए। जानकारी मुझे मिलते ही मैंने तत्काल बनारस को 24 घंटे बिजली दिलवाई। भाजपा ने उसी बुजुर्ग विधायक का टिकट काट दिया।
चाय वाले चौकीदार बन गए मुख्यमंत्री योगी के बारे में कहा कि लैपटॉप नहीं बांटा, क्योंकि वह चलाना नहीं जानते। वो कहते हैं कि यह जातियों का गठबंधन है जबकि यह गरीबों के दिलों का गठबंधन कांग्रेस और भाजपा में कोई फर्क नहीं है।

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