टोरेंट पावर कंपनी के सभी ट्रान्सफाँर्मर बेहतर स्थित में कार्यान्वित - संयुक्त समिति

भिवंडी ।। भिवंडी शहर में बिजली वितरण करने वाली कंपनी फ्रेंचाइसी टोरेंट पावर पर गत माह पुर्व स्थानीय राजपक्ष के नेताओं तथा पदाधिकारियो द्वारा मीटर फास्ट, ट्रान्सफाँर्मर पर कॅपॅसीटर , ट्रान्सफाँर्मर के न्यूट्रल में करंट आदि जैसे अनेक प्रकार के आरोप लगाये गये थे।  इस आरोप के आधार पर समाचारपत्रों में टोरेंट पावर कंपनी के विरुद्ध समाचार प्रकाशित हुआ था। जिसके कारण ऊर्जा मंत्री महाराष्ट्र सरकार चंद्रशेखर बावनकुले की अध्यक्षता में सह्याद्री अतिथि गृह, मलबार हिल ,मुंबई में शरदचंद्र पवार राज्य सभा सदस्य, गणेश नाईक पुर्व मंत्री,अरविंद सिंह मुख्य सचिव (ऊर्जा), संजीव कुमार अध्यक्ष व व्यवस्थापक संचालक,महावितरण, टोरेंट पावर कंपनी के अधिकारी, तथा भिवंडी शहर के राजपक्षों के प्रतिनिधि मंडल की एक बैठक हुई थी । टोरेंट पावर कंपनी पर लग रहे आरोपों के जांच तथा विद्युत भार निरीक्षण करने लिए  बैठक में एक समिति का गठन किया गया । इस समिति में मुख्य रूप से मुख्य विद्युत निरीक्षक, मुख्य अभियंता भांडूप परिमंडल तथा महा व्यवस्थापक टोरेंट पाॅवर कंपनी के प्रतिनिधियों की नियुक्ति की गई । वही पर ६ सप्ताह के अंदर रिपोर्ट देने को आदेश दिया गया ।


समिति द्वारा ६ सप्ताह तक चलती रही जांच 
               
संयुक्त समिति ने ६ सप्ताह तक हर शुक्रवार दोपहर १ से २ बजे पर्यन्त नासिक रोड वाहिनी तथा भिवंडी शहर के अन्य भागों में विद्युत दाब का निरीक्षण किया। जिसकी रिपोर्ट संयुक्त समिति ने महावितरण को सौंप दिया। वही पर महावितरण ने इस रिपोर्ट को राज्य सरकार को सौंप दिया । 
         संयुक्त रिपोर्ट के अनुसार सभी ट्रान्सफाँर्मर अच्छी स्थिति में कार्यरत हैं। साथ ही नासिक रोड बिजली वाहिनी वाले ट्रान्सफाँर्मर में किसी प्रकार की समस्या नहीं पाई गई । अधिकांश ट्रान्सफाँर्मर का विद्युत भार निर्धारित सीमा में पाया गया। अति उच्च दबाव उप केन्द्रों में बिजली वाहिनी के विद्युत दबाव में वृद्धि होने के कारण मात्र कुछ ट्रान्सफाँर्मरों में दबाव ज्यादा पाया गया लेकिन वह अनुमेय सीमा में था।
            समिति ने अपने अवलोकन में स्पष्ट रुप से कहा हैं कि भिवंडी क्षेत्र में शुक्रवार के दिन नमाज के समय अधिकांश विद्युत भार बंद रहते हैं। जिसके कारण कुछ जगहों पर व्होलटेज में अनुमेय वृद्धि पाई गयी हैं। लेकिन इस व्होलटेज वृद्धि का ग्राहकों के मीटर या बिजली इस्तेमाल पर कोई पर कोई प्रकार का असर नहीं पड़ता। इसके साथ ही कुछ ग्राहकों के पास स्थायी रुप से कॅपॅसीटर लगे होने के कारण कुछ ट्रान्सफाँर्मरों पर पावर फॅक्टर लिडिंग पाया गया लेकिन इससे ग्राहकों के बिलपर कोई असर नहीं होता है। तथा कुछ ट्रान्सफाँर्मरों पर असंतुलित लोड हो तो ट्रान्सफाँर्मर के न्युट्रल में करंट पाया जाता है। लेकिन इसका ग्राहकों के विद्युत मीटर युनिट या बिल पर कोई प्रकार का असर नहीं पड़ता है।
        संयुक्त समिति में यह स्पष्ट रुप से कहा गया है कि ग्राहकों के असंतुलित बिजली के तरीकों के कारण तथ घरेलू व औद्योगिक ग्राहक एक ही जगह संयुक्त होने के कारण बिजली इस्तेमाल में असंतुलन पाया जाता है। जिसकी वजह से ट्रान्सफाँर्मर के न्युट्रल में करंट पाया जाता है। 
      सयुंक्त रिपोर्ट के अनुसार टोरेंट पावर कंपनी पर सभी प्रकार के आरोप गलत साबित हुआ है। कुछ लोगों द्वारा टोरेंट पावर कंपनी को बदनाम करने तथा आम जनता को गुमराह करने की साजिश थी । इस प्रकार की जानकारी टोरेंट पावर कंपनी के जनसंपर्क अधिकारी चेतन बनर्जी ने दिया है।

रिपोर्टर

संबंधित पोस्ट