खफा मंत्री ओमप्रकाश राजभर खुद सड़क बनाने उतरे

सूबे के पिछड़ा वर्ग एवं विकलांग कल्याण मंत्री मंत्री ओमप्रकाश राजभर गांव की सड़क बनाने के लिए शनिवार को खुद फावड़ा लेकर उतर पड़े। परिजनों और गांव के लोगों के सहयोग से उन्होंने ढाई सौ मीटर कच्ची चकरोड बनवा डाली। राजभर ने रविवार, 24 जून को अपने बेटे की शादी के रिसेप्शन के मद्देनजर पीडब्लूडी व जिला प्रशासन से कई बार रोड बनवाने के लिए कहा था लेकिन कोई ध्यान न दिये जाने पर उन्होंने शनिवार को खुद फावड़ा उठा लिया। रविवार को आयोजित बहूभोज में सूबे के कई मंत्री और जनप्रतिनिधि समेत कई वीआईपी आने वाले हैं।

कैबिनेट मंत्री ने कहा कि प्रशासन नहीं सुनेगा तो क्या हुआ? आम आदमी हूं, जमीन से जुड़ा हूं, फावड़ा चलाना मेरे लिए मुश्किल कार्य नहीं है। 
पिंडरा विधानसभा क्षेत्र के फत्तेपुर कटौना गांव निवासी ओमप्रकाश राजभर के चार पुत्र व पुत्रियां हैं। इनमें सबसे बड़े बेटे और भारतीय सुहेलदेव पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव अरविंद राजभर की शादी के उपलक्ष्य में रविवार को आशीर्वाद समारोह का आयोजित है।

एक घंटे तक बहाया पसीना
घर तक बिछे खड़ंजे की हालत से क्षुब्ध कैबिनेट मंत्री फावड़ा लेकर चकरोड पर उतरे तो उनकी सुरक्षा में लगे सुरक्षकर्मी भी अचंभित हो गए। ओमप्रकाश राजभर ने घर से लेकर मुख्य सड़क तक बिछे खड़ंजा मार्ग को ठीक करने के लिए घर और गांव के लोगों के साथ एक घंटे तक श्रम किया। मंत्री के फावड़ा लेकर रोड पर उतरने की खबर सुनकर आसपास के गांवों से भी लोग फत्तेपुर कटौना पहुंच गए। सभी जिला प्रशासन को कोस रहे थे।

रिपोर्टर

संबंधित पोस्ट