हल्की बारिश से किसानों के माथे पर चिंता

वाराणसी : मौसम  आए दिन अपने रंग बदल रहा है। किसी दिन तेज बारिश तो कभी सूरज की तल्खी और कभी व्यापक उमस। कुछ इसी तल्खी भरे तेवर में  मौसम  नजर आरहा है।। सुबह से ही आसमान में बादलों की आवाजाही तो बनी रही मगर साथ ही धूप और उमस भी बराबर असर करती रही। जिससे लोग सुबह से ही बाहर निकलते ही पसीने पसीने होते रहे।वहीं बुधवार को दोपहर बाद जहां पूर्वाचल के कई जिलों में बादलो ने पानी गिराया वहीं गुरुवार को मात्र आसमान पर कुछ बादल ही नजर आए। मौसम विज्ञानियों के अनुसार मानसून हालांकि पूरी तरह सक्रिय तो है मगर वातावरण से पर्याप्त नमी नहीं मिल पाने की वजह से बारिश ठीक से नहीं हो पा रही है। जबकि पड़ोसी सूबे में लगातार बारिश होमानसून के दस दिन देर होने के बाद सक्रिय होने की उम्मीद थी मगर अपेक्षाओं के विपरीत बादल बिना बारिश कराए ही उड़ जा रहे हैं। जिससे खेती किसानी का काम भी प्रभावित हो रहा है। किसान मान रहे हैं कि आने वाले दिनों में बारिश नहीं हुई तो धान की पहले से ही प्रभावित हो रही बुआई आगे और भी चौपट हो सकती है। बीते वर्ष सोनांचल में सूखा घोषित हो ही चुका है लिहाजा पूर्वाचल में किसानों के माथे पर अब चिंता की लकीरें खिंचनी शुरु हो गई हैं।

हालांकि मौसम विज्ञानिय  मान रहे हैं कि स्थानीय परिस्थितियां अनुकूल हैं बस हवा का रुख और वातावरण से नमी मिली तो बारिश का भी साथ पूर्वाचल को मिल सकता है।


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