जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक ने कलक्द्रेट में किया अभियोजन एवं शान्ति व्यवस्था की मासिक बैठक

देवरिया ।। जिलाधिकारी अमित किशोर ने पुलिस अधीक्षक डा0 श्रीपति मिश्र के साथ कलक्ट्रेट सभागार में अभियोजन एवं शान्ति व्यवस्था की मासिक समीक्षा बैठक की अध्यक्षता के दौरान कहा है कि अभियोजन अधिकारी वादो में दोषियों को सजा दिलवाने के लिये प्रबल पैरवी व तथ्यों को प्रभावी तरीके से प्रस्तुत करें। उन्होने  गवाहों की उपस्थिति भी सुनिश्चित कराये जाने के साथ गंभीर धाराओं में सजा प्रतिशत और बढे इसके लिये उन्हे कार्य करने को कहा।

जिलाधिकारी श्री किशोर ने कहा कि धारा-41 के तहत सीमान्कन होने के पश्चात पत्थर, नसब को कोई नुकसान पहुॅचाये या कोई उसे उखाड कर फेके तो ऐसे प्रकरणो में दोषियों के विरुद्व गुण्डा एक्ट की कार्यवाही सुनिश्चित कराया जाये। उन्होने यह भी कहा कि न्यायालयों द्वारा दिये गये यथा स्थिति आदेश का उल्लंघन करने वालो के विरुद्व सख्ती बरती जाये तथा ऐसे प्रकरणो में भी गुण्डा एक्ट की कार्यवाही की जाये। उन्होने अभियोजन अधिकारियों की एक कार्यशाला आगामी 18 नवम्बर को आयोजित कराने का निर्देश संयुक्त निदेशक/वरिष्ठ अभियोजन अधिकारी को दिया।

इस दौरान जिलाधिकारी ने तहसील व इसके निकट सेन्टर चैकी परिसर में आवास बनाये जाने हेतु आगणन तैयार किये जाने का निर्देश अधिशासी अभियंता पी0डब्लू0डी0 को देते हुए अभियोजन कार्यालय के भी सुदृढीकरण हेतु प्रस्ताव देने को कहा। एन्टी भूमाफिया के तहत कार्य किये जाने पर बल दिया गया। उन्होने शासकीय अधिवक्ता, सहायक शासकीय अधिवक्ताओ को भी पूरे मनायोग से कार्य करने का निर्देश देते हुए कहा कि जो अच्छे कार्य करेगें, उन्हे पुरस्कृत भी किया जायेगा

इसके उपरान्त जिलाधिकारी ने कर-करेत्तर, भू एवं राजस्व वसूली व राजस्व कार्यो की मासिक प्रगति समीक्षा की। उन्होने प्रत्येक माह में निर्धारित मानक लक्ष्य की शत प्रतिशत पूर्ति व वसूली किये जाने का निर्देश दिया। उन्होने राजस्व वसूली कार्य के लिये जमावन्दी बनाये जाने व उसे अमीनो को सौपे जाने तथा वसूली कार्य प्राथमिकता से कराये जाने को कहा। उन्होने उप जिलाधिकारियों को भी वाहनो की चेंकिंग तथा ओवरलोडेड गाडियां कदापि न चले इस पर प्रभावी नियंत्रण किये जाने का निर्देश देते हुए आबकारी, वाणिज्य कर, खनन, विधुत, परिवहन आदि विभागो को प्रवर्तन कार्य को सक्रियता व अभियान के रुप में किये जाने को कहा। ईट-भट्ठो का निरीक्षण उप जिलाधिकारी की अध्यक्षता में वाणिज्य कर, जिला पंचायत, खनन अधिकारी की टीम गठित कर संयुक्त रुप से करायी जाये।

जिलाधिकारी ने राजस्व वादों का निस्तारण मानक अनुसार किये जाने एवं दायरे का कम से कम 150 प्रतिशत निस्तारण अनिवार्य रुप से किये जाने का निर्देश दिया। पुराने राजस्व वादों का निस्तारण प्राथमिकता के साथ सुनिश्चित हो इसके लिये अल्टरनेट डेट लगाते हुए निस्तारित किया जाये। पत्रावलियो का दाखिल दफ्तरी किये जाने के निर्देश के साथ कहा कि जिन मामलो में उच्च न्यायालय में प्रकरण लम्बित हो ऐसे पत्रावलियों की विडिंग कदापि न कराया जाये। रिकार्ड रुम में कोई बाहरी व्यक्ति का प्रवेश न हो, अन्यथा उसमें बाहरी व्यक्ति के पाये जाने पर एफ0आई0आर0 दर्ज कराने की कार्यवाही की जायेगी।

जिलाधिकारी ने कहा कि खतौनियों में अंश निर्धारण, वरासत, खसरा, आदि कार्यो को समय से पूर्ण किया जाये। उन्होने सामूहिक विवाह, राष्ट्रीय वृद्वापेंशन योजना की समीक्षा की तथा प्रगति लाये जाने के निर्देश दिये। उन्होने सभी अधिकारियों से बैठक की कार्यवृत्ति का अनुपालन करते हुए आख्या भी समय से उपलब्ध कराये जाने का निर्देश दिया। भाटपाररानी के अधिशासी अधिकारी के कार्यो पर असंतोष व्यक्त करते हुए जिलाधिकारी ने उनसे स्पष्टीकरण तलब करने व वेतन बाधित करने का निर्देश दिया। शिकायती सन्दर्भो यथा-आई0जी0आर0एस0, मुख्यमंत्री हेल्पलाईन, आनलाईन सन्दर्भ, शासन, उच्चाधिकारी, समाधान दिवसों आदि के प्रकरणों का निस्तारण समयबद्वता व गुणवता के साथ किये जाने का निर्देश सभी अधिकारियों को दिया तथा शिथिलता के लिये आगाह भी किया।  

अभियोजन की बैठक में अपर पुलिस अधीक्षक शिष्यपाल सिंह, ए0डी0एम0 एफ0आर0 उमेश कुमार मंगला, ए0डी0एम0 प्रशासन राकेश कुमार पटेल, क्षेत्राधिकारी व उप जिलाधिकारी गण, अभियोजन अधिकारी, शासकीय अधिवक्ता गण आदि उपस्थित रहे।  राजस्व कार्यो की समीक्षा बैठक में ए0डी0एम, एस0डी0एम0, तहसीलदार गण व संबंधित विभाग के अधिकारी गण आदि उपस्थित रहे।

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