रिमझिम फुहारों संग हुई बाबा बड़े शिव की महाआरती

गोपीगंज । मान्यता अनुसार सावन के प्रथम सोमवार को बाबा बड़े शिव जी के अलौकिक स्वरूप की महा आरती भक्तों ने उतारी सोमवार की सायं काल शिव परिवार के तत्वाधान में बाबा बड़े शिव जी का जूही बेला मंदार गेंदा गुलाब आदि सुगंधित पुष्पों से उनके स्वरूप का सिंगार हुआ मान्यता है कि देवाधिदेव शिव ही एकमात्र ऐसे देवता हैं जो जागृत अवस्था में रहते हैं भगवान शिव की भक्ति से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती है और सावन के अनूठा संयोग में उनका दर्शन पूजन करना मानव जाति की अतृप्त इच्छाओं की पूर्ति करता है सावन के प्रथम सोमवार को भक्तों ने जलाभिषेक किया चारों दिशाएं हर हर बम बम व हर हर महादेव के उद्घोष से गूंज उठी इसी क्रम में महा आरती में भगवान की अलौकिक स्वरूप का भी दर्शन भक्तों को दिया दर्शन कर भक्तगण पुलकित हो उठे घंटा घड़ियाल ढोल मृदंग और नगाड़े की थाप के साथ शंखनाद की करतल ध्वनि के साथ बाबा बड़े शिव जी की एक से एक दीपों से पुजारी सुरेंद्र विश्वकर्मा द्वारा महा आरती उतारी गई भक्तों ने ओम जय जगदीश हरे एवं ओम जय शिव ओंकारा का स्तुति गान कर दर्शन पूजन किया महाप्रसाद फलाहार का वितरण दिलीप उमर वैश्य के द्वारा भक्तों में कराया गया इस मौके पर प्रमुख रुप से प्रेमचंद उमर वैश्य श्याम कुमारी शीला देवी दीपा शुभम रोली सहित शिव परिवार के सभी सदस्यगण तथा सभासद कोमल मोदनवाल संतोष मोदनवाल भी उपस्थित रहे

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