सड़क तथा नाला के निर्माणकार्य में घोटाला, विरोधी पक्ष नेता ने आयुक्त कार्यालय में करवाई शिकायत दर्ज

भिवंडी ।। भिवंडी शहर महानगर पालिका के कार्यक्षेत्र अंर्तगत बिभिन्न जगहों पर रास्ते का डामरीकरण , दुरुस्तीकरण के साथ नया फुटपाथ व पुराने नाले के मरम्मत कार्य पालिका प्रशासन , बांधकाम विभाग के ठेकेदारों द्वारा किया जा रहा हैं.निर्माणाधीन रास्तों व नालो के देखरेख व काम की निगरानी हेतु मनपा प्रशासन में बैठे अधिकारियों की लापरवाही से ठेकेदारों ने निर्माणकार्य में घटिया सामग्री का इस्तेमाल कर रहे‌ हैं इसके साथ ही रेती के जगह पत्थर के भुसे का इस्तेमाल की शिकायत मनपा के विरोधी पक्ष नेता यंशवत टावरे ने मनपा आयुक्त डाँ.प्रवीण आष्टीकर से किया हैं वही पर भष्ट्राचार मे लिप्त अधिकारियों पर कार्रवाई करने तथा ठेकेदार का बिल नही अदा करने का मांग की हैं ।

गौरतलब हो कि भिवंडी शहर महानगर पालिका के पांचों प्रभाग समितियों के अधिकांश रास्ते का डामरीकरण व दुरुस्तीकरण करने की मुहिम मनपा प्रशासन ने शुरू कर रखा हैं तथा इनके निर्माण व दुरुस्तीकरण का ठेका बांधकाम विभाग के विभिन्न ठेकेदारों को दिया गया हैं.इन ठेकेदारों ने भष्ट्र अधिकारियों के सांठगांठ कर रास्ते को थोड़ा खोदकर आयल मिश्रित डामर का इस्तेमाल करने की घटना प्रकाश में आने से विरोधी पक्ष नेता टावरे ने तत्काल ठेकेदारों द्वारा किये जा रहे कामों की उच्च अधिकारियों से जांच करने की मांग की हैं.वही पर आरोप लगाते हुए कहा कि नाले के निर्माणकार्य में रेती के जगह पत्थर के भुसे व घटिया सीमेंट का इस्तेमाल होने से कुछ ही दिनों में पुनः नाले टूट जायेगें.जिस जगह पर निर्माणकार्य हो रहा हैं उस जगह पर प्रभाग अधिकारी व शाखा अभियंता की उपस्थिति होना अनिवार्य हैं. किन्तु रात के अंधेरे में काम के कारण कोई जबाबदार अधिकारी उपस्थित नहीं रहता हैं. मनपा प्रशासन लगभग 15 करोड़ रुपए खर्च कर रास्ते का डामरीकरण व नालो के दुरुस्तीकरण तथा नया नाला बनाने के लिए खर्च कर रही हैं किन्तु घटिया सामग्री के इस्तेमाल होने के कारण कभी भी पुनः रास्ते खराब हो सकते है. पूर्ण हो चुके कामों की जांच मुंबई के शासकीय आय आयटी संस्था मार्फ़त करने की नितांत आवश्यकता हैं. जांच के बाद ही ठेकेदारों का बिल अदा करने की मांग यशवंत टावरे ने मनपा आयुक्त से किया हैं ।

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