नाला तोड़ सफाई अभियान शहर में शुरु

आरोग्य निरीक्षकों द्वारा किया जा रहा हैं भष्ट्राचार ?

भिवंडी।। भिवंडी मनपा प्रशासन नाला सफाई के आड़ में गोरख धंधा कर रही हैं.सफाई के दरम्यान नाला का स्लैब तोड़े जाने से शासन का लाखों रूपये नुकसान हो रहा हैं.वही पर बरसात में टूटे नाला में गिरने से जान जाने का खतरा भी पैदा होने की आशंका हैं.जिसके करण बरसात पूर्व ही नाला देखकर नागरिकों में भय व्याप्त हैं.
       
गौरतलब हो कि बड़े नाला व संबंधित नाला की सफाई के लिए मनपा प्रशासन ने 1,58,32,543 रुपये का ठेका देकर ठेकेदारों से 93 नाला जो लगभग 42 किलोमीटर में फैला हुआ हैं, उसकी सफाई करवा रही हैं.इसके आलावा छोटे नालों को खुद खर्च कर दिहाडी मजदूरों को काम पर लगाकर सफाई करवा रही हैं.जो प्रतिदिन नाला सफाई करने वाले दिहाडी मजदूरों को 606 रुपये मनपा के आरोग्य निरीक्षकों द्वारा भुगतान किया जा रहा हैं. 

आरोग्य निरीक्षकों द्वारा कार्य में लापरवाही व भष्ट्राचार:

शहर के पाँचों प्रभागों में दिहाडी मजदूरों से नाला सफाई करवाने वाले आरोग्य निरीक्षकों द्वारा भारी लापरवाही करने का मामला उजागर हुआ हैं.छोटे नालों के सफाई दरम्यान नाले का स्लैब तोड़कर सफाई करवाया जा रहा हैं.जिसके कारण प्रशासन का लाखों रुपए नुकसान होने के साथ- साथ बरसात में नागरिकों का जान जाने का खतरा पैदा हुआ हैं.सुत्रों द्वारा मिली जानकारी के अनुसार दिहाडी मजदूरों के आंकड़ा में फेरफार कर मनपा प्रशासन को चूना लगाने का कार्य भी इन आरोग्य निरीक्षकों द्वारा किया जा रहा हैं.इनके ऊपर अंकुश लगाने वाला कोई अधिकारी प्रशासन ने नियुक्‍त नहीं किया हैं जिसके कारण मजदूरों के आंकड़ा में फेर फार कर हजारों रुपये का गोल माल करने की शिकायतें जागरुक नागरिकों ने संबधित वार्ड अधिकारियों से कर रहे हैं.इन आरोग्य निरीक्षकों से जानकारी मांगने पर साफ साफ कह दिया जाता हैं कि साइट पर हूं आने के बाद जानकारी देता हूं। एक मनपा कर्मचारी ने नाम नही छापने के शर्त पर बताया कि जो सफाई कर्मचारी मनपा प्रशासन में नियुक्त हैं उनके फर्जी नाम भी उन दिहाडी मजदूरों के नाम के आंकड़ा में जोड़ा जाता हैं. तथा उन मनपा कर्मचारियों को प्रतिदिन 200 रुपये देकर बाकी पैसा आरोग्य निरीक्षकों द्वारा हड़प कर लिया जाता हैं.

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