विश्व को अवसाद से उबार रहा है योग और प्राणायाम -अशोक गुप्ता

ज्ञानपुर, भदोही ।। दुनिया भर के देश वैश्विक महामारी कोरोना वाय‌रस से जूझ रहे हैं। जिसके चलते घरों में कैद हुए लोगों को अवसाद एवं तनाव जैसे मानसिक समस्याओं ने घेर लिया है। हालांकि विशेषज्ञों ने मानसिक तनाव से उबरने के लिए योग एवं प्राणायाम को अति महत्वपूर्ण बताया है। भारत के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने 21 जून को ' विश्व योग दिवस 'मनाने का प्रस्ताव विश्व संघ के सामने रखा और उनके इस अथक प्रस्ताव को स्वीकार करते हुए 21जून को विश्व योग दिवस मनाने का निर्णय लिया गया। परिणाम स्वरूप 21जून 2015 को पहली बार सम्पूर्ण विश्व ने एक साथ विश्व योग दिवस मनाते हुए पूरे विश्व को यह संदेश दिया-- "जीवन सुखमय चाहिए,

चाहें रोग निदान।

योगा को अपनाइए,

सरल सहज यह जान ।।

क्रीड़ा भारती के जिला संयोजक अशोक कुमार गुप्ता के नेतृत्व में काशी नरेश राजकीय महाविद्यालय हास्टल परिसर में विश्व योग दिवस के अवसर पर सोशल डिसटेंसिग को ध्यान में रखते हुए ग्रामीण जन के साथ पद्मासना,हलासन,कोणासन, वृक्षासन, सूर्य नमस्कार, अनुलोम-विलोम, भस्त्रिका प्राणायाम,कपाल भारती आदि कुशलता पूर्वक कराया गया। इसके पश्चात पर्यावरण संरक्षण अभियान के तहत आज 985 वें दिवस औषधिय गुणों की खान नीम के पौधे का पौधरोपण सभी योग प्रशिक्षुओं के साथ किया गया इस अवसर पर खेल अनुदेशक प्रभात कुमार, लल्लन, गुड्डू, सचिन, दुर्गा प्रसाद, आशुतोष,शीवम अंतरराष्ट्रीय पदक विजेता उर्मिला देवी, अखिलेश कुमार तथा कार्यक्रम का संचालन राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त शिक्षक अशोक कुमार गुप्ता ने किया।

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