पट्टिनरेंद्रपुर में सड़क टूटने से हुए जलभराव में आवागमन करने को मजबूर राहगीर

समोधपुर,जौनपुर ।। सुइथाकला विकासखंड के समोधपुर - पट्टीनरेन्द्रपुर मार्ग पर समोधपुर काशी गोमती संयुत ग्रामीण बैंक के सामने सड़क कई वर्षों से उखड़ी हुई है और सड़क गड्ढे में बदल गई है।बरसात में इन गड्ढों में पानी भर जाने से जलभराव की समस्या उत्पन्न हो जाती है इसके अलावा दूसरे समय में पानी सूखने के बाद इस सुंदर सी सड़क से होकर गुजरने वाले राहगीर हिचकोले खाते रहते हैं।

कुछ महीने पहले ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के घोषणा - पत्र के अनुसार इसे गड्ढा मुक्त होना था किन्तु इसके निर्माण कार्य को अधूरा ही छोड़कर अधिकारी - कर्मचारी चले गए लेकिन 6-7 महीने के बाद भी इधर से होकर नहीं गुजरे।जिस सड़क कि मरम्मत 6 महीने पहले ही हुई थी उसी सड़क की इतनी जल्दी दुर्दशा कैसे हो गई यह अत्यंत गंभीर मामला है जिसके संबंध में स्थानीय लोगों द्वारा 1076 पर भी शिकायत की गई थी लेकिन हेल्पलाइन के अधिकारी कर्मचारी भी केवल कार्रवाई करने तथा जांच का आश्वासन देकर हीला - हवाली करते रहे लेकिन आज तक कोई भी अधिकारी जांच करने नहीं आए।सड़क को दिसंबर 2019 में गड्ढामुक्त किया जा रहा था  सड़क निर्माण सामग्री में स्थानीय लोगों द्वारा मोबिल मिलाने का आरोप लगाया गया था ।ग्रामीणों के अनुसार सड़क निर्माण सामग्री में डामर न मिलाए जाने के कारण सड़क मात्र 10 दिनों में उखड़ गई और सड़क पर गिट्टियां उभर कर ऊपर आ गई थी मानो वह सबको चिढ़ा रही थीं।इसके संबंध में लोगों ने 1076 पर कई बार शिकायत की लेकिन पी डब्ल्यू डी के अधिकारी शीतलहरी समाप्त होने के बाद जांच करके फिर से मरम्मत कराने की बात कहकर मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिये लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई सारी जांच और कार्रवाई महज कागजों तक ही सिमट कर रह गई। इस  मामले में  कार्रवाई न करने पर आक्रोशित स्थानीय तथा ग्रामीणों ने अधिकारियों की आपसी मिलीभगत का आरोप लगाया है।

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