ट्रांसफर - पोस्टिंग के धंधे में भिवंडी पालिका अव्वल

कर्मचारियों की बदली बनी पालिका की खाज

भिवंडी। भिवंडी निजामपुर शहर महानगर पालिका प्रशासन पर प्रशासक राज लगते ही कर्मचारियों की बदली का आर्थिक कारोबार शुरू हो गया है। सफाई कामगार प्रभारी विभाग प्रमुख बनाऐ जा रहे है अगर आर्थिक लेनदेन अच्छा रहा तो दो तीन विभागों का अलग से प्रभारी चार्ज मिल जाता है। अदला बदली का खुला खेल का दौर थमने का नाम नहीं ले रहा है। प्रशासक राज में इस ट्रांसफर- पोस्टिंग के धंधे ने एक संगठित उद्योग की शक्ल अख्तियार कर लिया है। यहां कोई गुरू अथवा सुदामा की पूजा कर लिया और चढ़ावा चढ़ाया, तो शाम होते ही मनचाहा विभाग में प्रभारी अधिकारी के पद पर पोस्टिंग हो जाती है। चाहे उसका मूलपद कामगार अथवा सफाई कामगार का ही ना हो। 

गंभीर बात यह है की अक्षम और अपात्र कर्मचारी जिम्मेदार पदों पर बैठने से शहर का विकास सहित अन्य जन कल्याणकारी कार्यों पर असर पड़ रहा है। सुत्रों की माने तो यहां बदली के नाम पर घोड़ा बजारी होती है। इसके लिए बकायदे एक वसूली निरीक्षक की नियुक्ति की गई है। हालांकि यह कर्मचारी कोरोना गस्त होने के बावजूद सभी उद्योग धंधे इसी के पास है। प्रशासक की मेहरबानी से इसे वर्ग एक व दो दर्जे के अधिकारी का दर्जा प्राप्त है। 

पालिका के जानकारों की माने तो यहां हर तीसरे महीने में कर्मचारियों की बदली कर दी जाती है। मलाईदार विभागों में प्रभारी अधिकारी पदों पर आर्थिक बोली लगाकर पद हथियाने में महारथ हासिल करने वाले कर्मचारियों में होड़ मची है। इसके लिए कुछ महारथी एडवांस में भुगतान भी कर चुके हैं। चपरासी,सिपाही और चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारी अधिकारी बनकर जमकर मलाई काट रहे है। यही नही ट्रांसफर - पोस्टिंग का दौर गतिमान होने के कारण प्रभारी बनकर कामकाज संभाल रहे क्लर्क स्तर के कर्मचारियों को उपहार स्वरूप बहती गंगा में हाथ धोने के लिए दो से तीन विभागों का अतिरिक्त कार्यभार सौंप दिया जाता है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार भिवंडी महानगर पालिका में प्रथम वर्ग के लिए 34 मंजूर पदों में केवल 9 ही कार्यरत है। बाकी 25 पद रिक्त पड़ा है। द्वितीय वर्ग के लिए 60 मंजूर पदों में केवल 14 लोग कार्यरत है। इसी तरह तृतीय वर्ग के लिए मंजूर 1077 पदों में केवल 495 ही लोग कार्यरत है तथा चतुर्थ श्रेणी के लिए भी मंजूर 3018 पदों के बदले 2735 कर्मचारी कार्यरत हैं और बाकी 283 पद खाली है जिसमें 30 सफाई मुकादम,162 सफाई कामगार का भी रिक्त पद शामिल है। इस तरह कुल मिलाकर 4189 मंजूर पदों की जगह केवल 3253 लोग यहां कार्यरत है। बाकी 936 पद कई वर्षो से खाली पड़ा है।

रिपोर्टर

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