भिवंडी के भूमि रिकॉर्ड (भूमि अभिलेख) कार्यालय में भारी लापरवाही

◼ कार्यालय से अधिकारी कर्मचारी नदारद

◼ पडघा,कोन गांव कार्यालय पूरी तरह से बंद

◼ किसानों के कई दस्तावेज गायब

भिवंडी।। भिवंडी शहर तथा ग्रामीण परिसर के ज़मीन (भूमि) का लेखा जोखा रखने वाला कार्यालय भूमि अभिलेख विभाग को तीन विभागों में बाँटा गया है। किन्तु तीनों कार्यालय में समयानुसार अधिकारियों की उपस्थिति नहीं होने से किसानों को कार्यालय का चक्कर काटना पड़ रहा है। इसके साथ पडघा तथा कोन गांव विभागीय कार्यालय पूरी तरह से ठप्प पड़ा है। मात्र भिवंडी कार्यालय में कुछ कर्मचारी ही हाजिर हो रहे है। किन्तु इस कार्यालय में दलालो का साम्राज्य होने से दूर दराज गाँवों से आऐ किसानों को सिर्फ कार्यालय की ठोकर खाने के लिए विवश होता पड़ रहा है। इस प्रकार का आरोप भिवंडी दौरे पर आऐ विधायक शांताराम मोरे ने पत्रकारों से बात करते हुए लगाया है। वही पर उन्होंने कहा कि जल्द ही यह मुद्दा विधानसभा सत्र में उठाऊंगा।
   
विधायक शांताराम मोरे ने कहा कि मुंबई - बड़ौदा नये राष्ट्रीय राजमार्ग व बुलेट ट्रेन मार्ग का निर्माण कार्य युद्ध स्तर पर शुरू है इसके लिए शासन ने किसानों की जमीन अधिग्रहित की है। इसके बदले किसानों को मुआवजा देने की प्रक्रिया शुरू है किन्तु कार्यालय में समयानुसार अधिकारी उपस्थित नहीं होने के कारण किसानों को कार्यालय का चक्कर काटना पड़ रहा है। वही पर बहुत से दस्तावेज, नक्शे फट गये है या गुम हो गये है। जिसके कारण किसानों की विवादित ज़मीन का मुआवजा या हस्तांतरण नहीं हो पा रहा है।
       
कार्यालय परिसर में दलालों का साम्राज्य होने से सिर्फ दलालो द्वारा आयी फ़ाइले पर अधिकारी कर्मचारी काम कर रहे है किसानों द्वारा दिये गये फ़ाइलें अधर में लटकी रहती है। किसानों ने इसकी शिकायत विधायक शांताराम मोरे से की थी। किसानों को आश्वासन देते हुए विधायक ने कहा कि "आगामी सत्र में किसानों की ओर से सवाल उठाऊंगा और उन्हें न्याय दिलाने की कोशिश करूंगा। उन्होंने इन दोनों अधिकारियों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की मांग की है।"
  गौरतलब हो कि भिवंडी शहर में स्थित भूमि अभिलेख कार्यालय के उप अधीक्षक ढोणे समयानुसार कार्यालय में उपस्थित नहीं होने के कारण किसानों के दस्तावेज़ जैसे पुराने नक्शे, गट बुक नक्शे,फेरफार के कागज़ पत्र, मोजणीनक्शे, राष्ट्रीय महामार्ग के नक्शे व हस्तांतरण कागद पत्र ,भोगवतदार,अधिकार पत्रक,व कबजेव्हीवतदार आदि कागज़ो को एकत्रीकरण करने का काम शुरू है। किन्तु कर्मचारियों के लापरवाही के कारण अनेक कागज़ फट गये हैं या गुम हो गये है।
     
विधायक शांताराम मोर ने आरोप लगाया है कि भिवंडी तालुका में किसानों को पिछले कई वर्षों से कुछ दस्तावेजों व मानचित्रों का दुरुपयोग से उन्हों न्याय नहीं मिल रहा है। कार्यालय में किसानों की उपेक्षा करते हुए सिर्फ दलालो की फ़ाइलें पर काम किया जाता है।

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