भिवंडी में फारवर्ड गैंग सक्रिय

भिवंडी।। भिवंडी शहर में इन दिनों फारवर्ड पत्रकारों की गैंग सक्रिय है जिसको हिन्दी के क,ख,ग,घ तक लिखने नहीं आता.आज वह दैनिक अखबारों के प्रतिनिधि ( रिपोर्टर ) बने हुए है.यही तक नहीं, कुछ चालबाज, धोखेबाज, कलमरुपी माफिया व पत्तरचाटकार ऐसे गैंग का सरगना बनकर न्युज लिखकर देने का ठेका भी ले रखा है जिसके कारण इनका मनोबल बढ़ता जा रहा है. तथा बकायदे यह गैंग शहर के सामाजिक कार्यकर्ताओं व नेताओं को गुमराह करते हुए पांच से सात अखबारों में समाचार छपवा देने का लालच देकर इनसे लूट किये जाने का गोरखधंधा किया जा रहा है और तो और जिसकी इनसे जमती नहीं उनके खिलाफ खबर छाप देने की भी धमकी दी जाती है। यह गैंग सुबह से निकलकर दर दर भटकते हुए शाम को ढाबों पर नजर आती है व नेताओं को लाल पिला करते हुए रात में देखे जा सकते है।

ताज्जुब की बात है कि कई तथाकथित पतरकार जिसको पढ़ने 
लिखने का ज्ञान नहीं,वह अपनी ज़बान के चाटूकारिता से सीना ठोक कर कई दैनिक अखबारों में एक साथ खबर छपवा देने के लिए ठेकेदारी कर रहे है। यही नहीं बकायादे दैनिक अखबारों के कार्यालयों में जाकर चाटूकारिता करते हुए अज्ञानियों को दैनिक अखबार का रिपोर्टर बनवाकर शहर में पेश कर देने का गोरखधंधा किया जा रहा है।
       
भिवंडी में कई दैनिक अखबारों में काम करने वाले पत्तरकारो को अपने माॅ - बाप व गांव देश का पता लिखने तक ज्ञान नहीं है. किन्तु वह फारवर्ड गैंग के ठेकेदारो की चापलूसी कर किसी भी दैनिक अखबारों का प्रतिनिधि ( रिपोर्टर ) बन जाता है। ऐसे कई पतरकार शहर के नेताओं की जी हुजूरी करते हुए देखे जा सकते है।
     
इन दिनों सोसल मीडिया पर न्युज जैसा फर्जी विडियो बनाकर वायरल करने के कई तथाकथित पत्तरकार सक्रिय है। अखबारों की खबरों को कापी कर गुगल एप्प पर वाइस रिकाडिंग करवाकर वायरल करते हुए नेताओं की लाल पिला करने हुए नजर आते है। इनके अज्ञानता से भिवंडी शहर को कभी भी बड़ा नुकसान होने से इनकार नहीं किया जा सकता है। भिवंडी पुलिस सहित शासन इन पर अंकुश लगाने तथा कार्रवाई करने के नाम पर मुंह फेर लेती आ रही है।
     
सुत्रों की माने तो ऐसे गैंग का मुखिया जो समाचार लिखकर इन्हें देता है वह इनको दिखाकर शहर में चल रहे अवैध जुए के अड्डे, मटका बाजार ,देशी शराब के अड्डे, अवैध इमारत बनाने वाले भू माफिया, तेल माफिया, सरिया चोर, कपड़ा चोर, अवैध डांईग साईजिंग कंपनियों को तुम्हारे खिलाफ पांच से सात अखबारों में खबर छापवा देने की धमकी देकर मोटी रकम वसूल करने की गैंग बनाकर रखा हुआ है। इसके साथ ही अज्ञानी पत्तरकारो के माध्यम से वसूली किया जा रहा है तथा इन अज्ञानियों को चंद रुपये देकर इनसे छुटकारा पा लेते है.इसी तरह शासन व प्रशासन के अधिकारियों को भी धमकी देने का गोरखधंधा इन फारवर्ड गैंग पत्तरकारों द्वारा किया जा रहा है। जिस पर अंकुश नहीं लगा तो शहर में कभी भी बड़ा हादसे से इनकार नहीं किया जा सकता है। इसके साथ ही ‌पत्रकारिता को कलंकित करने से बचाया नहीं जा सकता।

रिपोर्टर

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