लेखपाल की कार्यशैली से ग्राम प्रधान और ग्रामीणों में नाराजगी

मुख्यमन्त्री और प्रमुख सचिव से हुई शिकायत ...


बीकापुर, अयोध्या ।। तहसील क्षेत्र के रतनपुर तेन्दुआ ग्राम पंचायत में तैनात लेखपाल द्वारा अवैध सुविधा शुल्क लिए जाने के मामले में जांच रिपोर्ट में दोषी पाए जाने के बावजूद अभी तक दोषी लेखपाल के विरुद्ध कोई कार्यवाही नहीं हुई जिससे लोगों में नाराजगी व्याप्त है। लेखपाल की कार्यशैली से ग्राम प्रधान तथा गांव के कुछ ग्रामीण परेशान हैं।

 ग्राम पंचायत निवासी सामाजिक कार्यकर्ता सुरेंद्र प्रताप सिंह द्वारा प्रमुख सचिव राजस्व विभाग, मुख्यमंत्री एवं जिलाधिकारी को रजिस्टर्ड डाक से शिकायत पत्र भेजकर लेखपाल के कार्यों की जांच एवं कार्यवाही की मांग की है। 

भेजे गए शिकायती पत्र में बताया गया है कि यहां तैनात लेखपाल अनूप सिंह द्वारा गांव निवासी परशुराम मिश्रा से उनकी पुत्री का आय प्रमाण पत्र बनाने के लिए पैसा लिया गया। लेकिन समय पर आय प्रमाण पत्र जारी होने के चलते उनकी पुत्री नेहा मिश्रा आंगनवाड़ी पद पर आवेदन करने से वंचित हो गई। पीड़ित परशुराम मिश्रा द्वारा उप जिलाधिकारी से शिकायत किए जाने के बाद तहसीलदार द्वारा मामले की जांच की गई। और जांच रिपोर्ट में तहसील द्वारा पीड़ित द्वारा की गई शिकायत को सही दर्शाया गया है। तथा उप जिलाधिकारी को कार्यवाही कराने के लिए जांच रिपोर्ट दी गई। लेकिन अभी तक उप जिलाधिकारी द्वारा सिर्फ लेखपाल से स्पष्टीकरण मांगा गया है।

शिकायतकर्ता द्वारा जांच रिपोर्ट में दोषी होने के बावजूद तहसील प्रशासन पर अपने लेखपाल को बचाने का आरोप लगाया है। स्पष्टीकरण मांगने तक ही मामला सीमित हो गया है अन्य कोई कार्यवाही नहीं हुई। दूसरे मामले में ग्राम पंचायत के नवनिर्वाचित ग्राम प्रधान राम जियावन द्वारा 26 मई को उप जिलाधिकारी बीकापुर को शिकायती पत्र देकर कुछ लोगों द्वारा ग्राम सभा की भूमि पर अवैध कब्जे की शिकायत की गई थी।      

उपजिलाधिकारी द्वारा अवैध कब्जा हटाने का आश्वासन दिया गया था। लेकिन अभी तक मामला ठंडे बस्ते में पड़ा हुआ है। ग्राम प्रधान ने बताया कि गांव स्थित पंचायत घर के करीब ग्राम समाज के खाते की बेशकीमती भूमि पर कुछ लोगों द्वारा अवैध कब्जा किया जा रहा है। शिकायत को डेढ़ सप्ताह से अधिक समय बीत जाने के बावजूद मामले में अभी तक ना तो कोई जांच ही हो सकी और ना ही अवैध कब्जा करने वालों के विरुद्ध कोई कार्यवाही। शिकायत पत्र में ग्राम प्रधान द्वारा लेखपाल की भूमिका भी संदिग्ध बताई गई है।

रिपोर्टर

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