बाहुबली धनन्जय सिंह के चक्रव्यूह में फंसी भाजपा व सपा ,श्रीकला सिंह रेड्डी ने निर्दल नीलम सिंह को 15 वोटों से हराकर जिला पंचायतध्यक्ष का ताज किया हासिल

जौनपुर ।। पूर्वांचल ही नही पूरे प्रदेश के राजनीतिक शूरमाओं की नजर जिलापंचायत अध्यक्ष चुनाव में जौनपुर जनपद पर टिकी हुई थी कि यहां बाहुबली के नाम से विख्यात नेता पूर्व सांसद धनन्जय  सिंह की पत्नी निर्दल प्रत्याशी के रूप में जिलापंचायत अध्यक्ष पद के लिए चुनाव मैदान में ताल ठोंक रही थी ,बाहुबली की पत्नी को जनपद की प्रथम नागरिक बनने से रोकने के लिये भाजपा ने यहां की सीट अपने सहयोगी दल अपनादल एस के कोटे में डाल कर श्रीकला रेड्डी को रोकने का प्रयास किया था ।भाजपा की बागी निर्दल प्रत्यासी और प्रतापगढ़ के पूर्व सांसद कुंवर हरिबंश सिंह की बहू नीलम सिंह कलतक 50 जिलापंचायत सदस्यों की परेड कराने का दावा कर रही थी।अपनादल एस और भाजपा के गठबंधन धर्म मे दरार पड़ जाने के कारण सपा की निशि यादव अपने 32 सपा विचारधारा के जिलापंचायत सदस्यों के सहारे जीत का अलग राग अलाप रही थी ।सूत्रों की माने तो दो दिन पहले ही जिले के दिग्गज सपाई लखनऊ पहुंचकर अपने राष्ट्रीय नेतृत्व को जीत का पूर्ण भरोसा दिलाकर वापस आये थे और आज शाम को जौनपुर की प्रसिद्ध मिठाई "बेनी साव की देशी घी की इमरती " से राष्ट्रीय अध्यक्ष का मुंह मीठा कराने के लिए विजयी निशि यादव के साथ लखनऊ जाने का प्रोग्राम तय हुआ था। किंतु इन सबसे इतर श्रीकला सिंह रेड्डी लगातार मीडिया से कहती रही कि मुझे पूर्ण विश्वास है कि जौनपुर की जनता और चुने हुए सम्मानित जिलापंचायत सदस्यों का आशीर्वाद अवश्य मिलेगा।


दूसरे तरफ भूमिगत बाहुबली धनन्जय सिंह अपने विश्वसनीय समर्थकों के दम पर ऐसा चक्रव्यूह बनाने में जुटे हुए थे जिसका तोड़ किसी भी प्रत्याशी के पास नही था।

विश्वसनीय सूत्रों की माने तो श्रीकला सिंह रेड्डी की जीत की पटकथा बीती रात लिखी गयी। जिसकी जानकारी कानोंकान किसी भी अन्य प्रत्याशी या उनके रणनीतिकारों को नही लग पायी।

50 सदस्यों के परेड कराने का दावा करने वाली नीलम सिंह और  32 सपा समर्थित जिलापंचायत सदस्यों के सहारे जीत का ख्वाब पाले निशि यादव और उनके रणनीतिकारों को पता भी न चल पाया कि मुट्ठी में लिए बालू की तरह कब उनके समर्थक सदस्य उनके पाले से श्रीकला सिंह रेड्डी के समर्थन की शपथ ले लिये।

पूरा का पूरा अपनादल कुनबा श्रीकला रेड्डी को अपना खुला समर्थन देकर मीडिया के सामने उसके राष्ट्रीय महासचिव पप्पू माली और जिलाध्यक्ष द्वारा श्रीकला रेड्डी के समर्थन की घोषणा के बाद निर्दल नीलम सिंह और सपा की निशि यादव और उनके समर्थकों के होश पाख्ता हो गये तबतक दोनों के लिए काफी देर हो चुकी थी।


बाहुबली ने अपनी पत्नी श्रीकला सिंह रेड्डी को जिलापंचायत अध्यक्ष की कुर्सी दिलाकर कुछ माह पहले सम्पन्न हुए मल्हनी के उपचुनाव में अपने हार का बदला सपा से चुकता किया तो भाजपा को भी यह करारा संदेश दिया कि अभी जनपद में बाहुबली धनन्जय सिंह का जलवा बरकरार है।

श्रीकला सिंह रेड्डी की जीत से जहां धनन्जय समर्थकों में खुशी की लहर के साथ साथ 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव में मल्हनी से धनन्जय सिंह को विधायक बनाने का आत्मबल आसमान छूने लगा है।

रिपोर्टर

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