गुस्साए प्रदर्शनकारियों के दबाव पर एसडीओ के खिलाफ दर्ज हुआ मारपीट का मुकदमा

मिल्कीपुर, अयोध्या ।। मिल्कीपुर विद्युत उपखंड अधिकारी कार्यालय के सामने उपभोक्ताओं एवं भाजपा कार्यकर्ताओं के धरना प्रदर्शन के मामले में पीड़ित मुकेश कुमार मिश्रा की तहरीर पर एसडीओ ऋषिकेश यादव के खिलाफ मारपीट का केस दर्ज किया गया है। ज्ञात हो कि एक घर और एक व्यक्ति के नाम से ही दो कनेक्शन होने से उत्पन्न समस्या के निराकरण के लिए एसडीओ के पास गए उपभोक्ता से बदसलूकी किए जाने का आरोप है। जिसके बाद इनायतनगर बाजार वासियों और भाजपा कार्यकर्ताओं ने मंगलवार दोपहर से ही धरना/प्रदर्शन शुरू कर दिया था। काफी मान मनौव्वल के बाद भी पीड़ित उपभोक्ता उपखंड अधिकारी ऋषिकेश के ऊपर केस दर्ज कराए जाने पर अड़े रहे। देर रात एसडीओ के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किए जाने के बाद बाजार वासी व भाजपा के कार्यकर्ता शांत हुए।  इनायत नगर कोतवाली पुलिस आज उपखंड अधिकारी और पीड़ित मुकेश मिश्रा दोनों का मेडिकल परीक्षण कराएगी। पुलिस का कहना है कि आगे की कार्यवाही मेडिकल परीक्षण के अनुसार की जाएगी। उधर एसडीओ ऋषिकेश यादव का कहना है कि मारपीट की घटना नहीं हुई। 

मंगलवार को विद्युत वितरण उपखंड मिल्कीपुर के एसडीओ के कारनामों से नाराज उपभोक्ताओं ने एसडीओ कार्यालय के सामने नारेबाजी करते हुए जमकर प्रदर्शन किया। नाराज उपभोक्ताओं का आरोप है कि एसडीओ ऋषिकेश यादव समाजवादी पार्टी के शासनकाल से मिल्कीपुर में जमे हैं और भ्रष्टाचार में पूरी तरह से संलिप्त है। कार्यालय पर हो रहे हंगामे की जानकारी मिलते ही भारी संख्या में पुलिस फोर्स और तहसील के प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे और नाराज तथा उपभोक्ताओं की मान मनौव्वल में जुट गए।

बताया गया कि प्रदर्शन कर रहे विद्युत उपभोक्ताओं का आरोप है कि शांति देवी पत्नी सूर्यभान दत्त मिश्रा के नाम पर दो विद्युत कनेक्शन विभाग द्वारा चलाए जाने की सूचना मिलने पर उनके पुत्र मुकेश मिश्रा ने विगत एक माह पूर्व विद्युत विभाग को शपथ पत्र उपलब्ध कराते हुए एक विद्युत कनेक्शन विच्छेद किए जाने की मांग की थी। लेकिन विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों की लापरवाही के चलते एक ही नाम पर चल रहे दो कनेक्शनों में एक को समाप्त नहीं किया गया। मंगलवार को उपखंड अधिकारी मिल्कीपुर ऋषिकेश यादव शांति देवी के घर पहुंचे और उन्हें दोनों कनेक्शन का बिल अति शीघ्र भुगतान करने की बात कहीं और ऐसा न करने पर उपभोक्ता के नाम विभाग द्वारा आरसी जारी होने की धमकी दी। जिसके क्रम में कनेक्शन धारक शांति देवी का पुत्र मुकेश मिश्रा अपने पूरे कागजात के साथ उपखंड अधिकारी कार्यालय में दस्तक दी। इसी बात को लेकर दोनों के मध्य कहासुनी होने लगी और बात आगे तक बढ़ गई। कनेक्शन धारक महिला के पुत्र मुकेश मिश्रा का आरोप है कि जब वह विद्युत उपखंड कार्यालय में पहुंचा तो मौजूद उपखंड अधिकारी मिल्कीपुर ऋषिकेश यादव मौजूद मिले। जिन्हें वह अपना सारा कागजात दिखाने लगा और कहा कि विभागीय त्रुटि को ठीक नहीं किया जा रहा है। तभी ऋषिकेश यादव ने उन्हें धक्का मारा और वह टेबल पर गिर गया। जैसे ही वह उठा तभी पुनः उसे ऋषिकेश यादव द्वारा कई थप्पड़ मारा गया। इस दौरान मुकेश मिश्रा का सर्ट फट गया। जिसकी सूचना मिलते ही आक्रोशित पचासो ग्रामीण इकट्ठा हो गए और कार्यालय के सामने मुर्दाबाद के नारे लगाने लगे। प्रदर्शनकारी ग्रामीण उपभोक्ताओं ने फर्जी चल रहे कनेक्शन को तत्काल समाप्त करते हुए वर्षों से जमे मनबढ़ एसडीओ ऋषिकेश यादव के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कराने की मांग करने लगे। हंगामे की जानकारी मिलते ही इनायत नगर थाने की पुलिस फोर्स मौके पर पहुंचकर ग्रामीणों को धरना प्रदर्शन समाप्त करने का आग्रह करने लगी। लेकिन आक्रोशित ग्रामीणों ने पुलिस की एक भी नहीं सुनी और उपखंड अधिकारी मिल्कीपुर के विरुद्ध केस दर्ज करने की बात पर अड़े रहे। दूसरी ओर घटना की जानकारी मिलते ही तहसीलदार पल्लवी सिंह व प्रभारी निरीक्षक राहुल कुमार भी मौके पर पहुंचकर आक्रोशित ग्रामीणों को काफी समझाया बुझाया। लेकिन ग्रामीणों की मांग रही कि ऋषिकेश यादव के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कराते हुए इनकी गिरफ्तारी अविलंब कराई जाए। भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा किए जा रहे प्रदर्शन की जानकारी पाकर जिला पंचायत सदस्य अशोक मिश्राा व बब्लू पासी भी मौके पर पहुंचे। बबलूूू पासी ने भी ऋषिकेश यादव को एक बेलगाम अफसर बताया और कहा कि केंद्र एवंं प्रदेश सरकार की विद्युत योजनाओं में इस एसडीओ द्वारा जमकर भ्रष्टाचार किया गयाा है। इसके अलावा उनके द्वारा उपभोक्ताओंं से बदसलूकी किए जाने का मामला आए दिन प्रकाश में आता रहता है। कई घंटे तक चले धरना प्रदर्शन के बाद भारी संख्या मौजूद पुलिस फोर्स के बीच थाने की सरकारी जीप से उपखंड अधिकारी को थाने ले जाया गया।  दोनों पक्षों में पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारियों की मौजूदगी में खिचड़ी पकती रही। प्रशासनिक अधिकारी भी कोई निर्णय नहीं ले पा रहे थे।केवल मूक दर्शक बने किंकर्तव्यविमूढ़ दिखाई दे रहे थे। मंगलवार देर रात प्रदर्शनकारियों के दबाव में इनायतनगर पुलिस को मनबढ़ एसडीओ के खिलाफ मारपीट का केस दर्ज करना पड़ा, तब जाकर मामला शान्त हुआ।

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