स्कूली बच्चों व महिलाओं के बीच आयरन की गुलाबी व लाल गोलियों का होगा वितरण


• आशा कार्यकर्ताएं 6 से 59 माह के बच्चों के लिए साल में दो बार माताओं को देंगी आईएफए की सिरप

• सभी एमओआईसी स्कूलों में आयरन की गुलाबी गोलियों का सुनिश्चित करेंगे वितरण

बक्सर ।। कोरोनकाल में भले ही स्वास्थ्य सेवाओं की गति धीमी हो गयी थी। लेकिन, अब सभी सेवाओं का संचालन तेज करने का कार्य किया जा रहा है। जिसमें कुपोषण व एनीमिया मुक्त भारत बनाने के चलिए चलाये जाने अभियान भी शामिल है। इस अभियान के तहत जिले के पात्र लाभुकों के बीच आयरन फॉलिक एसिड (आईएफए) की गोलियां व सिरप का वितरण किया जाता है। जिसको एक बार फिर से सुदृढ़ करने की दिशा में काम किया जा रहा है। इसके लिए राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक संजय कुमार सिंह ने सिविल सर्जन को पत्र भेज कर लंबित अधियाचना बिहार चिकित्सा सेवा एवं इंफ्रास्ट्रक्चर निगम लिमिटेड (बीएमएसईसीएल) को भेजने का दिशा-निर्देश दिया है। ताकि, पात्र लाभुकों के बीच फिर से आयरन की गोलियां और सिरप का वितरण सुनिश्चित किया जा सके। 

बुधवार व गुरुवार को स्कूलों में सुनिश्चित होगा गुलाबी गोलियों का अनुपूरण :

कार्यपालक निदेशक संजय कुमार सिंह ने सिविल सर्जन को निर्देश दिया है कि स्कूलों में आईएफए की गुलाबी गोलियों की उपलब्धता और वितरण प्रखंडों के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी की होगी। जो प्रखण्ड शिक्षा पदाधिकारी के साथ समन्वय स्थापित कर आईएफए की गुलाबी गोलियों की आवश्यकता का आंकलन कर ससमय विद्यालय में उपलब्ध कराना सुनिश्चित करेंगे। साथ ही, ये भी सुनिश्चित करेंगे कि प्रत्येक बुधवार व गुरुवार को विद्यालय के माध्यम से गुलाबी गोली का अनुपूरण काराया जाये। वहीं, गृहभ्रमण के दौरान आशा कार्यकर्ता सप्ताह में एक बार (बुधवार) को 5 से 9 वर्ष के विद्यालय ना जाने वाले बच्चों को गुलाबी गोली का अनुपूरण करवाना सुनिश्चित करेंगी।

आशा कार्यकर्ताओं का होगा उन्मुखीकरण :

डीपीएम संतोष कुमार ने बताया, पत्र के अनुसार प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी द्वारा आशा दिवस के दौरान आशा कार्यकर्ताओं का उन्मुखीकरण किया जाएगा। जिसमें उनको 20 से 24 वर्ष के प्रजनन आयुवर्ग के महिलाओं को (जो गर्भवती अथवा धात्री न हो) भी सप्ताहिक आवरण फोलिक एसिड अनुपूरण के तहत आयरन की लाल गोली के अनुपूरण पर जानकारी दी जाएगी। उन्मुखीकरण के बाद आशा की ये जिम्मेदारी होगी की विएचएसएनडी सत्र के दौरान 20 से 24 वर्ष के प्रजनन आयुवर्ग कि महिलाओं (जो गर्भवती अथवा धात्री न हो) को सप्ताहिक आयरन फॉलिड एसिड लाल गोली अनुपूरण के संबंध में जागरूक करेंगी। साथ ही, सप्ताह में एक दिन के सेवन हेतु लाल गोलीयों का वितरण भी सुनिश्चित करेंगी।

बच्चों के हेतु छह माह के लिए दी जाएगी आयरन सिरप की बोतल :

उन्मुखीकरण के बाद आशा कार्यकर्ताओं को 6 से 59 माह के बच्चों को ऑटो डिस्पेंसर के द्वारा आईएफए सिरप के अनुपूरण भी कराना है।

इसके लिए आशा कार्यकर्ताओं द्वारा सप्ताह में दो बार बुधवार व शनिवार को लाभुक माताओं को दिखाएगी एवं एक बोतल (छ: माह के लिए) बांटेंगी। वहीं, आशा के द्वारा विएचएसएनडी सत्र स्तर पर (प्रत्येक सप्ताह एक गोली) 20 से 24 वर्ष के प्रजनन आयुवर्ग कि महिलाओं को (जो गर्भवती अथवा धात्री न हो) आयरन की लाल गोली का अनुपूरण करवाना सुनिश्चित किया जाएगा। साथ ही, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी आशा की मांग के अनुसार आयरन सिरप एवं लाल गोलियां की उपलब्धता सुनिश्चित करेंगे।

रिपोर्टर

संबंधित पोस्ट