इंटरनेशनल ट्रेड फेयर में 51000 रूo प्रति किलो है राम नगरी से आया गुड़

अयोध्या/दिल्ली ।। आपने कई किस्म के गुड़ खाएं होंगे, लेकिन क्या कभी ऐसा गुड़ खाया है जिसकी कीमत 51 हजार रुपये प्रति किलो हो? शायद आपने पहले कभी इस गुड़ के बारे में सुना भी ना हो, लेकिन अब आप इसे देख सकते हैं और छू भी सकते हैं तथा खरीद भी सकते हैं।

प्रगति मैदान में लगे इंडिया इंटरनेशनल ट्रेड फेयर में राम की नगरी अयोध्या से इस गुड़ को लाया गया है, जिस पर सोने की परत चढ़ी हुई है।

लोग इस गुड़ को खरीद तो नहीं रहे लेकिन देखने के लिए काफी लोग पहुंच रहे हैं। यह स्टॉल उत्तर प्रदेश पवेलियन में लगाया गया है. स्टॉल के संचालक अविनाश चंद्र दुबे बताते हैं कि उनके पास 51 किस्म के गुड़ हैं। इसमें मूंगफली, चॉकलेट, आम, गुलाब, इलायची, अजवाइन, हल्दी, हींग, अश्वगंधा और सोने की परत चढ़े गुड़ के अलावा कई किस्म के गुड़ हैं। सादे गुड़ की कीमत 60 रुपये किलो है, फ्लेवर्ड गुड़ 300 रुपये किलो से शुरुआत है और आनंदम गुड़ की कीमत 8 हजार रुपये किलो है। सबसे महंगा गुड़ सोने की परत चढ़ी हुई है, जिसकी कीमत 51 हजार रुपये किलो है। उनका कहना है कि सोने की परत चढ़ा हुआ गुड़ अभी मार्केट में आया नहीं है, जल्द ही इसे मार्केट में ला रहे हैं. भले ही इस पर सोने की परत चढ़ी हुई है, लेकिन लोग इसे आसानी से खा सकते हैं। पुराने समय में भी इस तरह के गुड़ का इस्तेमाल होता था। इन सभी किस्म के गुड़ को अयोध्या के गन्ने की मिठास से बनाया जाता है और किसी भी तरह के केमिकल का इस्तेमाल नहीं किया जाता. इसमें शुद्धता का पूरा ख्याल रखा जाता है. उनका कहना है कि वह 2017 से गुड़ बना रहे हैं और 2018 में उत्तर प्रदेश प्रशासन की तरफ से उन्हें 'वन डिस्ट्रिक, वन प्रोडक्ट' की श्रेणी में शामिल किया है। यह उत्तर प्रदेश सरकार की एक स्कीम है, जिसमें नए काम को बढ़ावा दिया जाता है. साथ ही बता दें कि आम जनता के लिए आज से ट्रेड फेयर में एंट्री शुरू हो गई है और यह 27 नवंबर तक जारी रहेगी।

 ट्रेड फेयर में हॉल नंबर 2 से 12 तक के कुछ स्टॉल दर्शकों का ध्यान विशेष रूप से खींचने में सफल रहे हैं. उनमें तीरंदाजी, 51 हजार रुपए का गुड़ और कठपुतली डांस ने खास आकर्षण बटोरा. हॉल नंबर 7डी में राजस्थान के तीरंदाजी स्टॉल में दर्शकों की खासी भीड़ देखी जा रही है. लोग स्टॉल में रखे टारगेट पर धनुष और बाण से निशाना लगाते हुए काफी रोमांचित हो रहे हैं. 50 रुपए में 6 तीर निशाने के जरिए दिए जा रहे हैं. स्टॉल में बच्चों से लेकर बड़ों तक के लिए धनुष और तीर बेचने के लिए रखे हुए हैं. उनका मूल्य 1050 रुपए से लेकर 2250 रुपए तक है।

शीशम और सांगवान की लकड़ी से बने धनुष और तीर खेल के मतलब के लिए हैं। धनुष की लंबाई 39 इंच से लेकर 69 इंच तक है। उनकी रेंज 60 मीटर से लेकर 90 मीटर तक है। स्टॉल ऑपरेटर जितेंद्र ने बताया कि धनुष-बाण बनाना उनका खानदानी काम है। ट्रेड फेयर में वे पिछले 5 दिन में 17 धनुष बेच चुके हैं. धनुष के साथ 3 तीर फ्री में मिल रहे हैं। एक तीर की कीमत 70 रुपए है।

हॉल नंबर-11 में एलआईसी के पविलियन में खास तरह का कठपुतली डांस देखने भीड़ उमड़ रही है। एलआईसी की पॉलिसी की जानकारी देने के लिए कठपुतली डांस का प्रयोग किया जा रहा है। इसके अलावा मनोरंजन के लिए भी कठपुतली कला लोगों को दिखाई जा रही है। वहां से गुजर रहे लोग लाउडस्पीकर में आवाज सुनकर वहां जमा हो जाते हैं। एक बड़ी स्क्रीन पर भी कठपुतली डांस दिखाया जा रहा है।

रिपोर्टर

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